
कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा सब डिवीजन के अंतर्गत सलिहाभाठा मानिकपुर क्षेत्र में हाथी उत्पात के कारण कुछ किसानों की फसल को नुकसान हुआ। हाथियों की झुंड ने यहां पहुंचकर हमला बोला। खरीफ सीजन में लगाई गई फसल और इसके लिए की गई मेहनत के चक्कर में लोग परेशान हैं। उन्होंने फारेस्ट और प्रशासन को इस बारे में अवगत कराया है। हल्का पटवारी धनश्री सिदार ने बताया कि घटना के बारे में दो दिन पहले उनके पास जानकारी पहुंची है। सोमवार को नुकसान का सर्वे किया जाएगा।
खबर के अनुसार 20 जुलाई को पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के अंतर्गत यह घटना हुई। यहां पर हाथियों ने न केवल खेतों में खड़ी फसल को तहस-नहस कर दिया। इसके अलावा चार मवेशियों को भी जमकर क्षति पहुंचाई। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान का उत्पादन करने के लिए उन्होंने इस बार अच्छी तैयारी की। ज्यादा पैदावार के लिए रणनीति बनाई और सरकार की योजना से ऋण प्राप्त किया। बेहतर बारिश होने से उनके खेतों में अनुकूलता की स्थिति निर्मित हुई। लेकिन इसी बीच हाथी उत्पात की घटना ने बड़ी चपत लगा दी। वीरेंद्र मरकाम और अन्य कृषकों का कहना है कि खेतों में हाथियों की उपस्थिति और उनके आक्रमण से बड़ा हिस्सा प्रभावित हुआ है। हाथियों के आने और फसल चौपट करने की जानकारी फारेस्ट के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन को है। ऐसे प्रकरणों में सरकार से क्षतिपूर्ति प्राप्त होने के प्रावधान बनाए गए हैं। किसान चाहते हैं कि समय पर मौके का निरीक्षण और सर्वे की प्रक्रिया संपन्न हो जाए ताकि हमारी चिंता दूर हो।
प्रभावितों को चिंता करने की जरूरत नहीं
इस मामले में सलिहाभाठा मानिकपुर हल्का क्षेत्र की पटवारी धनश्री सिदार ने बताया कि भले ही हाथी के निशान बारिश से क्यों न मिट जाए, नुकसान की घटना में फसल की स्थिति भौतिक रूप से नजर आती ही है। सर्वे के अपने पैरामीटर हैं। सोमवार को मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करने के साथ अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को दी जाएगी। जिन लोगों को घटना में नुकसान हुआ है, उन सभी को राहत प्राप्त हो इसके लिए हम कोशिश करेंगे।