वृंदावन, २4 अक्टूबर ।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में जिन पर व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी है, वही इसमें लापरवाही कर रहे हैं। कल शाम कुछ श्रद्धालुओं को नियमों को ताक पर रखकर गेट संख्या एक से प्रवेश दिया गया, वह वीआईपी कटहरा तक भी पहुंच गए। उच्च न्यायालय एवं उच्चाधिकार प्रबंधन समिति द्वारा तय किए नियमों के अनुसार गेट संख्या एक निकास द्वार है। वीआईपी के प्रवेश के लिए गेट संख्या दो या पांच का ही उपयोग किया जा सकता है। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में गुरुवार शाम कुछ श्रद्धालु जो पुलिस सुरक्षाघेरे में मंदिर के दर्शन के लिए आए थे। उन्हें मंदिर के गेट संख्या एक से प्रवेश दिलाकर वीआईपी कटहरे तक पहुंचाया गया। श्रद्धालुओं के साथ पुलिस का सुरक्षा घेरा साथ था और सीओ सदर संदीप सिंह भी सुरक्षा घेरे की अगुवाई कर रहे थे। देर शाम इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो गया। इस मामले में सीओ सदर संदीप सिंह का कहना है कि बांकेबिहारी मंदिर में दिन में कई बार वीआईपी को दर्शन कराने जाता हूं। सुप्रीम कोर्ट व हाई कोर्ट के जज बांकेबिहारी के दर्शन करने के लिए आते ही रहते हैं। मंदिर के गेट एक से भी बड़े वीआईपी को दर्शन कराए जा सकते हैं। किसने कह दिया कि गेट एक से वीआईपी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यदि गेट एक से प्रवेश का वीडियो प्रसारित हो रहा है तो कोई भी बना सकता है और प्रसारित कर सकता है।