कोरबा। एसईसीएल गेवरा परियोजना में सभी चार श्रमिक संगठनों ने प्रथम आने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। सदस्यता अभियान होने के बाद गैरहाजिर रहने वाले कामगारों को भी सदस्य बनना है। लेकिन पिछले वर्ष की भांति इस बार भी एचएमएस गेवरा क्षेत्र में सबसे आगे है। एचएमएस एसईसीएल के अध्यक्ष रेशमलाल यादव ने कहा कि उनके संगठन के द्वारा किए गए कार्यों का लाभ उन्हें मिला है। लगातार अभी भी काम किए जा रहे हैं। दूसरे स्थान पर रहने वाले एसकेएमएस ने भी कड़ी मेहनत की थी। उनके द्वारा आयेाजित सम्मेलन में एसकेएमएस के एसईसीएल महामंत्री अजय विश्वकर्मा भी शामिल होने के लिए आए हुए थ। एसकेएमएस के एल.प.अघरिया, दीपक उपाध्याय, कृपाल सिंह, हरनारायण केशरवानी ने कड़ी मेहनत की थी। अरूण सिंह एसकेएमएस को छोडक़र अचानक दूसरे संगठन में शामिल हो गए थे। उनके विभिन्न संगठन में जाने से जो नुकसान हुआ है उसे भरने का काम दूसरे संगठन से आए गोपाल यादव ने पूरा किया। जबकि अभी एसईकेएमसी तीसरे स्थान पर बना हुआ है। कुछ सदस्यों की बढ़ोत्तरी हुई है। इनके द्वारा लगभग 5 स्थानों में अलग-अलग बेठक ली गई थी। डी.केमिश्रा, एमपी सिंह, छेदराम राठौर, गिरीश जायसवाल, गिरीश शुक्ला सहित सभी सदस्यों ने कड़ी मेहनत की थी। जबकि इस बार बीकेकेएमएस में 100 की संख्या बढ़ाकर सबको चौकाया है। गेवरा प्रोजेक्ट में बाबू सिंह को महत्व देकर संगठन को मजबूत किया गया। इसके लिए मदन सिंह, रामनारायण साहू, प्रीतम राठौर, कुलदीप कुमार, वीरेंद्र राठौर ने कड़ी मेहनत क है। अब गैरहाजिर कामगारों का सत्यापन होना है लेनिक इससे कुछ ज्यादा लाभ नहीं होने वाला है। एसईकेएमसी व बीकेकेएमएस के माध्य दूसरे नंबर की लड़ाई है।