बाहरी दिल्ली, ३१ अगस्त।
बवाना औद्योगिक क्षेत्र में तेज धमाके के बाद मैटल कोटेड (रैक कोटिंग) फैक्ट्री की इमारत का हिस्सा ढह गया। इस हादसे में फैक्ट्री मालिक के बेटे की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।घायलों में एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। धमाका इतना जबरदस्त था कि तीन मंजिला इमारत के भूतल का अगला हिस्सा पूरी तरह से ढह गया और दूसरी मंजिल को भी नुकसान पहुुंचा है। फैक्ट्री से कुछ दूरी पर सडक़ किनारे सैलून चला रहा युवक भी मलबे की चपेट में आने से जख्मी हो गया। दो वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस ने का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह सिलेंडर या कंप्रेसर विस्फोट का मामला प्रतीत होता है। राहत एवं बचाव के लिए दमकल की छह गाडिय़ों मौके पर भेजी गईं। यह हादसा शनिवार शाम साढ़े के करीब बवाना स्थित डीएसआईडीसी सेक्टर-एक के प्लाट संख्या 86 में हुआ।बाहरी उत्तरी जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फैक्ट्री में सिलेंडर या कंप्रेसर में विस्फोट की सूचना बवाना पुलिस को मिली। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के शेरकोट गांव के रहने वाले नाजिम (35) बेहोशी की हालत में पाए गए, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया गया। इस हादसे में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के देबौदा गांव निवासी अखिलेश (22) को भी मामूली चोटें आईं और अब उन्हें छुट्टी दे दी गई है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ करने पर पता चला कि इस फैक्ट्री में रैक कोटिंग होती थी। फैक्ट्री को दिल्ली के न्यू मुल्तान नगर (पश्चिम विहार) के रहने वाले निज़ामुद्दीन चलाते हैं। निजामुद्दीन ने इमारत को किराए पर ले रखा था। निजामुद्दीन मृतक युवक नाजिम के पिता हैं। उन्होंने बताया कि विस्फोट कहां और किस वजह से हुआ, इसकी जांच की जा रही है। आरंभिक जांच में यह सिलेंडर या कंप्रेसर विस्फोट का मामला प्रतीत होता है। इस मामले में बीएनएस के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। दमकल विभाग की ओर से बताया गया कि शाम 6.37 बजे हादसे की सूचना मिली थी। राहत एवं बचाय कार्य के लिए छह गाडिय़ां मौके पर भेजी गईं। बताया जाता है कि विस्फोट के बाद फैक्ट्री के कुछ हिस्से में आग भी लग गई थी।