
पूर्वी दिल्ली, ११ मार्च ।
आंनद विहार इलाके में मंगलम रोड पर स्थित झुग्गी में कल देर रात आग लग गई। आग लगने से तीन लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। ये लोग आईजीएल कंपनी के लिए ठेके पर काम करते थे। जानकारी के मुताबिक, आईजीएल पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है इसलिए ये लोग अस्थायी टेंट में रह रहे थे। सूचना पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। श्याम सिंह और कांता प्रसाद दोनों सगे भाई हैं। वह औरैया के गांव नवादा के रहने वाले थे। यह झुग्गी डीडीए की जमीन पर अवैध रूप से बनी हुई थी। झुग्गी लकड़ी के प्लाईबोर्ड से बनाई गई थी। झुग्गी में रसोई समेत अन्य सामान था। रात को झुग्गी में रहने वाले लोग दरवाजे पर चेन बांधकर उसमें ताला लगाकर रखते थे। यहां लाइट नहीं है। इसलिए रात को डिबिया जलाते थे। आनंद विहार थाना पुलिस को घटना की जानकारी पीसीआर कॉल के जरिये रात 2.42 बजे (11मार्च) मिली। आईजीएल कंपनी के चार अस्थायी मजदूर नाला के पास डीडीए प्लॉट और रोटरी क्लब कार्यालय के बगल में अस्थायी टेंट में रहते थे। रात के वक्त मजदूर टेंट में सो रहे थे। वे टेंट में जलाने के लिए कूलर स्टैंड पर डीजल की डिबिया रखते थे और टेंट के गेट पर ताला लगाते थे। रात 2 बजे जब टेंट में आग लगी तो श्याम सिंह ने टेंट से भागने के लिए ताला खोलने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। नितिन सिंह टेंट से भागने में कामयाब रहे। जबकि जागे सिंह, श्याम सिंह और कांता टेंट में फंस गए और उनकी मौत हो गई।