यरुशलम। गाजा में विभिन्न स्थानों पर रविवार को हुई इजरायली फायरिंग में खाद्य सामग्री लेने आए 26 फलस्तीनी मारे गए और दर्जनों घायल हुए। भूख से दो बच्चों के मरने की भी सूचना है। इन्हें मिलाकर बीते दो हफ्तों में भूख से मरने वालों की संख्या बढ़कर 117 हो गई है। रविवार को इजरायल के हवाई हमलों में भी गाजा में सात लोग मारे गए हैं।

जबकि इजरायल में गाजा में बंधक बने लोगों के परिवारों ने सरकार के रुख के खिलाफ आम हड़ताल का आह्वान किया है। इन परिवारों का कहना है कि गाजा में सैन्य कार्रवाई तेज करने से बंधकों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। गाजा में लड़ाई रोककर बंधकों की रिहाई कराई जानी चाहिए।

‘हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं’

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास हथियार डालने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में उसके पास हमास को हराने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है। यही इजरायल का गाजा युद्ध के लिए घोषित लक्ष्य है। नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल की सुरक्षा के लिए गाजा की सैन्य निगरानी जरूरी है।

कहा कि इसीलिए गाजा सिटी में सैन्य तैनाती बनाए रखने का निर्णय लिया गया है। विदित हो कि इजरायल के गाजा सिटी पर कब्जा बनाए रखने की घोषणा से पैदा हुई स्थिति पर विचार के लिए सुरक्षा परिषद ने बैठक बुलाई है।