
शेखपुरा 02 जुलाई। पुलिस मुख्यालय भले ही पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग के दावे कर रही हो। वहीं, दूसरी ओर जिले में सोमवार की शाम पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला। मेहुस थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर ने रास्ता नहीं देने पर ई-रिक्शा चालक प्रद्युम्न कुमार की बेरहमी से पिटाई कर दी। इसके बाद भी जब उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो चालक को थाने लाकर थूक चाटने और माफी मांगने को कहा गया। मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने मंगलवार की शाम आरोपी थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर को निलंबित कर दिया। अब उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इधर, पिटाई से प्रद्युम्न की चमड़ी कई हिस्सों से फट गई। अस्पताल में इलाज कराने के बाद उसने विधायक सुदर्शन कुमार से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई।
बताया जाता है कि प्रद्युम्न मेहुस चौक से ई-रिक्शा चलाकर जा रहा था। पीछे से थानेदार बुलेट बाइक से आ रहा था। उसने रास्ता देने के लिए हार्न बजाया, लेकिन ई-रिक्शा को आगे निकलने के लिए जगह नहीं मिली।इसके बाद थानेदार का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने डंडे से प्रद्युम्न की पिटाई कर दी। इसके बाद गश्ती दल को बुलाकर थाने ले गए।आरोप है कि थाने में पुलिसकर्मियों के सामने उससे थूक चटवाया गया। इसके बाद माफी मांगने पर उसे छोड़ दिया गया। उधर, निलंबित थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर का कहना है कि सोमवार की शाम वे पुलिस बल के साथ गश्त कर रहे थे। उनके साथ महिला कांस्टेबल भी थीं। ई-रिक्शा चालक सीटी बजा रहा था और महिला कांस्टेबलों पर इशारा करते हुए अभद्र टिप्पणी कर रहा था। अब वह मामले को दूसरा रूप देने का प्रयास कर रहा है। घटना की जानकारी मिलने पर एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने एसडीपीओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया। रिपोर्ट के आधार पर थानेदार को निलंबित कर दिया गया। एसपी ने कहा कि कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है।