जंगल में लगाए गए कैमरे
कोरबा। जिले के पाली वन परिक्षेत्र में पर्यटन स्थल चैतूर गढ़ के आसपास बाघ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग इसकी पुष्टि में जुट गया है। क्षेत्र के जंगल में कैूमरा लगाया गया है जो इसकी पुष्टि करेगा हालाकि अभी तक इसमें ऐसी कोई तस्वीर नही आयी है। जो क्षेत्र में बाघ के होने की सूचना को सही बताता हो ।जानकारी के अनुसार चैतुर गढ़ के पहाड़ी अचानक मार टायगर रिजर्व से जुड़ी हुई है जो वन्य जीवों के लिए एक कारीडोर का निर्माण करता है गर्मी के दिनों में अकसर शेर,बाघ तेदुंआ व अन्य जंगली जानवर अचानक मार से सटे इस वन्य क्षेत्र में पानी व चारे की तलाश मेें आते जाते रहते है। गत वर्ष भी एक शेर की मौजूदगी की पुष्टि वन विभाग ने की थी। ग्रामीणों के अनुसार जेमरा चैतुरगढ़ के पहाड़ी जगल में दो तीन दिन से एक बाघ की मौजूदगी देखी गयी है। जिसने एक ग्रामीण की भैंस का शिकार किया है। सुबह जगल में लोगों ने मृत हालत मेें भैस को देखा घटना स्थलल तथा मृत मवेश्वी के शरीर में जंगली जानवर के शिकार के गहरे निशान दिखाई दे रहे थे। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई जिसपर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचं और आवश्यक कार्रवाई की हालाकि निरीक्षण के दौरान बाघ द्वारा शिकार किए जाने की पुष्टिी नही हो पाई लेकिन इसकी संभावना से अधिकारियों ने इंकार भी नही किया है। बाघ की मौजूदगी की पुष्टि के लिए वन विभाग ने क्षेत्र के जंगल मेें कई स्थानों पर कैमरे लगा दिए है। और समय समय पर निगरानी कर नही है।