इंडिगो के मनमानेपन के खिलाफ तीन तरफ से कसा घेरा, चार फ्लाइट इंस्पेक्टरों को किया बर्खास्त

नई दिल्ली इंडिगो द्वारा बड़े पैमाने पर उड़ानें रद किए जाने से लाखों यात्रियों को हुई परेशानी के बाद सरकार की सख्ती दिखने लगी है। इस क्रम में शुक्रवार को कड़ा कदम उठाते हुए डीजीसीए ने अपने चार फ्लाइट इंस्पेक्टरों को बर्खास्त कर दिया है। दूसरी तरफ, डीजीसीए के बाद प्रतिस्पर्धा आयोग ने भी इंडिगो मामले की जांच शुरू कर दी है। तीसरे कदम के तहत सरकार ने एयरलाइन को 59 करोड़ के जीएसटी बकाये का नोटिस भी थमा दिया है।

डीजीसीए की बड़ी कार्रवाई, चार फ्लाइट इंस्पेक्टर हटाए गए

विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए ने इंडिगो की उड़ानों में व्यापक व्यवधान के कारण चार फ्लाइट इंस्पेक्टरों को बर्खास्त कर दिया है। फ्लाइट इंस्पेक्टर डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी होते हैं। इनके पास सुरक्षा और परिचालन मानकों की निगरानी की जिम्मेदारी होती है। ये अधिकारी नियामक मानकों को पूरा करने के लिए एयरलाइनों और कर्मियों का निरीक्षण, डिट और प्रमाणन करके विमानन सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। डीजीसीए ने इंडिगो के मामले में निरीक्षण और निगरानी ड्यूटी में लापरवाही पाए जाने के बाद फ्लाइट इंस्पेक्टरों- ऋष राज चटर्जी, सीमा झमनानी, अनिल कुमार पोखरियाल और प्रियम कौशिक को हटा दिया। डीजीसीए का मानना है कि ये अधिकारी इंडिगो से नियमों का पालन करवाने में असफल रहे। नियामक ने कहा कि अनुबंध के आधार पर कार्यरत चारों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से डीजीसीए से मुक्त किया जाता है और उन्हें उनके मूल संगठन में शामिल होने की अनुमति दी जाती है। इसके साथ ही नियामक ने एयरलाइन के संचालन पर कड़ी नजर रखने के लिए इंडिगो के गुरुग्राम कार्यालय में दो विशेष निगरानी दल तैनात किए हैं।

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