
जनकपुर। एमसीबी जिले के वनाँचल विकासखण्ड भरतपुर में इन दिनों लकड़ी तस्कर सक्रिय है। ब्लाक अंतर्गत ग्राम अख्तवार और ग्राम जोलगी में बिना अनुमति के दर्जन भर से ज्यादा सरई के विशालकाय वृक्षों को लकड़ी तस्करों द्वारा अवैध रूप से कटाई किये जाने की सूचना ग्रामीणों से प्राप्त हुई है। उक्त सरई के पेड़ गांव के राजस्व भूमि पर लगे थे। हालांकि ग्रामीणों की सूचना पर राजस्व अमला सक्रिय हुआ और मौके में पहुंचकर निरीक्षण कर काटे गए पेड़ों की जप्ती कार्यवाही किए। राजस्व अमला के जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि बिना किसी वैध अनुमति के तस्करों द्वारा इन वृक्षों की कटाई की गई है। वहीं यह बात भी सामने आया कि जोलगी गांव के निवासी सम्हारु राम पिता सिरपत द्वारा लकड़ी तस्करों से मिलीभगत करके 05 नग सरई के पेड़ों की कटाई कराई गई थी। हालांकि इस अवैध कटाई को एसडीएम भरतपुर ने गंभीरता से लेते हुए सम्हारू राम के विरुद्ध अपने न्यायालय में प्रकरण दर्ज करके अर्थदंड प्रस्तावित कर दिए, साथ ही कटे हुए वृक्षों को राजसात करने की कार्यवाही भी प्रारंभ कर दिए है। इसी तरह से गत दिवस ग्राम अख्तवार में भी राजस्व भूमि पर लगी विशालकाय 08 नग सरई के पेड़ों को तस्करों द्वारा काटा गया है, इस प्रकरण में राजस्व विभाग से कार्यवाही किया जाना बाकी है। जबकि पर्यावरण संरक्षण एवं वन संपदा की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन द्वारा कठोर व दण्डात्मक कार्यवाही किए जाने का निर्देश जारी किया गया है। अब सवाल यह उठता है कि राजस्व भूमि में लगी कीमती सरई के दर्जन भर से ज्यादा पेड़ों की कटाई बिना अनुमति के तस्करों द्वारा कर लि गई और राजस्व अमला को खबर नहीं लगना संदेह पैदा करता है।























