
जांजगीर। बिलासपुर के लालखदान के पास हुए ट्रेन हादसे में जिले से चौथी मौत हो गई है। इस घटना में पहले भी जांजगीर और सक्ती ट्रेन में सवार तीन की मौत हो चुकी है।
अब 11 नवंबर को इलाज के दौरान नैला निवासी घायल कॉलेज छात्रा ने भी दम तोड़ दिया। नैला निवासी महविश परवीन(19) बिलासपुर के डीपी विप्र कॉलेज में बीएससी गणित की नियमित छात्रा थी और वहीं रहकर पढ़ाई कर रही थी। चचेरे भाई की शादी में शामिल होने के लिए वह घर नैला गई थी और 4 नवंबर को कोरबा-बिलासपुर मेमू ट्रेन से बिलासपुर लौट रही थी। लालखदान के पास मेमू ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई, जिसमें वह महिला कोच में सवार थी। हादसे में उसके दोनों पैर लोहे के एंगल के नीचे दब गए, जिससे उसके पैरों पर गंभीर चोट लगी। झटके से उसकी कॉलर बोन और पसलियों की हड्डियां भी टूट गई। घटना के तुरंत बाद उसे एंबुलेंस से सिम्स अस्पताल लाया गया। जहां स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे अपोलो अस्पताल रेफर किया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
7 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझ रही थी महविश अपोलो अस्पताल में भर्ती छात्र महविश का 7 दिन से लगातार डॉक्टर का इलाज कर रहे थे। लेकिन, उसकी स्थिति बिगड़ती जा रही थी। मंगलवार रात इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया है, जिसके बाद परिजन शव नैला पहुंचे। यहां सुपुर्द ए खाक नैला कब्रिस्तान में किया गया।





















