कोरबा । छत्तीसगढ़ शासन के आयुष विभाग के दिशा-निर्देश और जिला प्रशासन के सहयोग से श्री बालाजी सेवा संघ एवं भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम बुंदेली में विकासखंड स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला और रक्तदान शिविर का भव्य आयोजन किया गया। इस मेले में ग्राम बुंदेली और आसपास के लगभग 500 ग्रामीणों ने नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया। मरीजों को दवाइयाँ वितरित की गईं और रक्तदान शिविर में 16 यूनिट रक्त जमा किया गया। उक्त शिविर का उद्घाटन भगवान धन्वंतरि की पूजा-आरती एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। समिति ने मुख्य अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पालिका निगम के सभापति नूतन सिंह ठाकुर ने की। इस दौरान उन्होंने कहा की शहरों में कार्यक्रम होते रहते हैं लेकिन ग्रामीण अंचल में यह पहल अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे गरीबों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता मिलेगी और अनेक बीमारियों का समय रहते पता चल सकेगा, जिससे समय पर स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। विशिष्ट अतिथि और जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह ने कहा की डॉक्टरों की टीम थकान के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा कर रही है। यह कार्य प्रशंसनीय है और भविष्य में समिति को मेरा हर संभव सहयोग मिलेगा।मुख्य अतिथि रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने कहा, की डॉक्टरों के व्यवहार से आधी बीमारी दूर हो जाती है। मितानिनों को इन शिविरों में शामिल करना चाहिए, जिससे ग्रामीणों की छिपी बीमारियाँ सामने आएं और गंभीर मरीजों के लिए आगे उपचार की जानकारी भी मिले।श्री बालाजी सेवा संघ के अध्यक्ष सचिन सिंघल ने बताया कि चार वर्ष पूर्व इसी पावन भूमि पर भजन सम्राट कन्हैया मित्तल के भजन कार्यक्रम में हजारों भक्तों ने आशीर्वाद प्राप्त किया था। उसी अवसर पर श्री सालासर धाम बनाने का संकल्प लिया गया था, जो अब धीरे-धीरे आकार ले रहा है। सचिन सिंघल ने कहा की मानव सेवा ही माधव सेवा है। शहरी क्षेत्रों में रोज़ाना कार्यक्रम होते हैं, लेकिन ग्रामीण अंचल में ऐसे आयोजन दुर्लभ हैं। इस प्रयास का लक्ष्य ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं और जागरूकता से लाभान्वित करना है। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथियों ने श्री श्याम अखाड़ा और श्री बालाजी सेवा संघ के योगदान को सम्मानित किया और स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनकी सराहना की। इस आयोजन ने ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य जागरूकता और सेवा की एक मिसाल कायम की, जहां लोगों ने न केवल उपचार लिया बल्कि रक्तदान कर मानवता की भी भूमिका निभाई।