
कोरबा । नगर निगम कोरबा क्षेत्र के रवि शंकर शुक्ला नगर अंतर्गत ग्राम दादर में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक पहचान हरेली तिहार का उल्लासपूर्वक आयोजन किया गया। इस लोकपर्व में नगर निगम की महापौर संजू देवी राजपूत मुख्य रूप से उपस्थित रहीं और उन्होंने परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ इस सांस्कृतिक उत्सव में भाग लिया। हरेली तिहार छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार माना जाता है, जो विशेष रूप से किसानों और ग्रामीण जीवन से जुड़ा हुआ है। इस दिन लोग खेती-बाड़ी के औजारों की पूजा करते हैं, बैलों को स्नान कराकर सजाया जाता है, और गांव-गांव में पारंपरिक खेलकूद जैसे कि गेड़ी दौड़, रस्साकशी, फुगड़ी, कबड्डी और भौंरा प्रतियोगिता आदि सहित अन्य का आयोजन होता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर संजू देवी राजपूत ने ग्रामीण संस्कृति को जीवंत बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि हरेली तिहार हमारी संस्कृति और कृषि परंपरा का जीवंत प्रतीक है। इस प्रकार के आयोजन हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और नई पीढ़ी को हमारी समृद्ध विरासत से परिचित कराते हैं। इस अवसर पर क्षेत्रवासियों ने पारंपरिक परिधान पहनकर नृत्य-गान प्रस्तुत किए, नगर निगम की ओर से उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बच्चों को पारंपरिक खेलों के लिए प्रोत्साहित किया। महिलाओं ने गेड़ी चढऩे जैसे पारंपरिक खेलों में भाग लिया और कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘हरेली गीत’ की प्रस्तुति रही। इस आयोजन में नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी, वार्डवासी, समाजसेवी संगठन और स्कूली बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। हरेली पर्व पर वृक्षारोपण भी किया गया, जिसमें नीम, आम, पीपल जैसे पौधे लगाए गए।