
जांजगीर-चांपा। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को हटाने का मामला की राजधानी तक गूंज रही है। स्वास्थ्य मंत्री के बुलावे पर जिला अस्पताल के डाक्टर्स व स्टाफ राजधानी पहुंचे। जहां स्वास्थ्य मंत्री ने तीन दिन के अंतर्गत सिविल सर्जन को हटाने का आश्वासन दिया है। मंत्री के आश्वासन के बाद डॉक्टरों अपना ओपीडी बहिष्कार को समाप्त कर दिया है। अब काम पर लौट गए है। साथ ही बुधवार को राज्य स्तरीय जांच टीम द्वारा सभी डॉक्टरों व स्टॉफ का बयान लिया गया। साथ ही तीन दिन में जांच रिपोर्ट सौपी जाएगी। जिला अस्पताल जांजगीर और बीडीएम चांपा के डॉक्टरों, स्टाफ नर्सों और कर्मचारियों ने सिविल सर्जन डॉ. दीपक जायसवाल को हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब इसकी गूंज राजधानी तक हो गई। राजधानी तक मामला पहुंचने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने तत्काल संयुक्त संचालक के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर दी है। जांच टीम बुधवार को जिला अस्पताल पहुंची। सभी डाक्टर्स सहित स्टाफ का बयान लिया गया। इसके बाद तीन दिन के अंतर्गत जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सीडा के अध्यक्ष व जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. इकबाल हुसैन ने बताया कि मंगलवार रात 11 बजे स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक हुई। उन्होंने सभी से अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि आप सभी को हड़ताल में जाने के पहले सीधे मुझसे मिलना चाहिए था। जिस पर डॉक्टरों ने कहा कि कलेक्टर व सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपा था। सभी ने कहा कि सिविल सर्जन डॉ. दीपक जायसवाल के अधीन कार्य नहीं कर सकते। 100 बिस्तर के जिला अस्पताल में 200 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं। इतने सालों से अपनी क्षमता से कहीं अधिक कार्य रहे हैं, स्टाफ तो बढ़ाया नहीं जा रहा है। उल्टा गैर जिम्मेदार और कामचोर साबित किया जा रहा है। महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। महिला स्टॉफ, डॉक्टर एवं कर्मचारियों ने भी अपनी व्यथा सुनाई। स्वास्थ्य मंत्री ने फिर स्वास्थ्य सचिव को कॉल करके जांच समिति स्वास्थ्य मंत्री आश्वासन पर काम पर लौट गए हैं। जिले के सभी स्वास्थ्य संघों का कहना है कि 3 दिन बाद न्याय नहीं मिलता है तो संपूर्ण जिले में चरणबद्ध कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
रिपोर्ट मात्र 3 दिन सबमिट करने कहा। साथ ही विश्वास दिलाते हुए कहा कि आप सभी के साथ न्याय होगा। मांग रखी कि जांच चलने तक सिविल सर्जन को पद से हटाया जाए सिविल सर्जन सबको यही जताते हैं कि मैं स्वास्थ्य मंत्री का भतीजा हूं, इसलिए में सिविल सर्जन बना हूं और किसी का कहीं भी ट्रांसफर करवा सकता हूं। इस पर मंत्री ने कहा कि वो मेरा रिश्तेवार नहीं, बल्कि आप सभी हमारे स्वास्थ्य रूपी परिवार का हिस्सा हैं. आप सभी मेरा परिवार हैं।