नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर के लिए अलर्ट जारी किया है, जिसमें 31 जुलाई को भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने का अनुमान है। पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले एक-दो घंटों में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के कई हिस्सों में “तेज से बहुत तेज बारिश” होने की संभावना है।

मध्य प्रदेश में भारी वर्षा से बिगड़े हालात

मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। गुना में सेना के रेस्क्यू आपरेशन के बाद अब शिवपुरी में भी सेना को बुलाना पड़ा है। ग्वालियर-चंबल अंचल में चंबल और सिंध नदियां उफान पर हैं। दमोह में 24 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। करीब 500 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भोपाल अंचल में पिछले दो दिनों की बाढ़ में 12 लोगों की जान चली गई है और करोड़ों की संपत्ति को नुकसान हुआ है।

नाले में जलस्तर बढ़ने से रास्ता बंद

शिवपुरी के कोलारस क्षेत्र के पचावली गांव में 30 स्कूली बच्चे फंसे हुए हैं। बदरवास के निजी स्कूल की बस बच्चों को लेने गई थी, लेकिन नाले में जलस्तर बढ़ने से रास्ता बंद हो गया। बच्चों को सरपंच के घर में सुरक्षित रखा गया है। अन्य गांवों में भी करीब 100 से अधिक लोगों के फंसे होने की सूचना है। मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्य के लिए सेना से दो हेलीकाप्टर की मांग की है, ताकि फंसे लोगों को एयरलिफ्ट किया जा सके। प्रशासन ने 91 गांवों के लिए 64 राहत शिविर स्थापित किए हैं। उधर, श्योपुर में पार्वती और सीप नदियों में उफान के कारण बड़ौदा क्षेत्र में भी जलभराव हो गया है।

राजस्थान का मप्र से सड़क संपर्क कटा

राजस्थान में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण जयपुर, सवाई माधोपुर, कोटा, दौसा, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, सीकर, टोंक सहित दर्जन भर से अधिक जिलों में हालात बिगड़ने लगे हैं। इन जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। प्रदेश के 14 जिलों में अगले दो दिनों के लिए अवकाश घोषित किया गया है।

राजस्थान और मध्य प्रदेश का सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया

उधर, तेज वर्षा में सवाई माधोपुर के बोदल में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-552 पर स्थित पुलिया बह जाने और कोटा के इटावा में पार्वती नदी में तेज उफान के कारण राजस्थान और मध्य प्रदेश का सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया है। इटावा-खातोली पुलिया पर डेढ़ फीट तक पानी बह रहा है, जिस कारण कोटा-ग्वालियर-श्योपुर मार्ग पर भी आवागमन रोक दिया गया है।

गौरीकुंड हाईवे भूस्खलन से अवरुद्ध, केदारनाथ यात्रा स्थगित

उत्तराखंड में भारी वर्षा के कारण भूस्खलन से मार्ग बाधित होने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसका प्रभाव चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है। गौरीकुंड हाईवे सोनप्रयाग से आगे 70 मीटर बह गया। इस कारण केदारनाथ धाम की यात्रा पूरे दिन स्थगित रही। तीन हजार से अधिक यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया। गौरीकुंड में फंसे 350 यात्रियों को पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों ने सुरक्षित निकाला। हाईवे के सुचारू होने में दो से तीन दिन लग सकते हैं। घोड़ा पड़ाव के पास पैदल मार्ग पर बोल्डर गिरने से यमुनोत्री यात्रा भी एक घंटे के लिए बाधित रही।

जम्मू-कश्मीर में तेज वर्षा और भूस्खलन के कारण चार की मौत

जम्मू-कश्मीर में तेज वर्षा और भूस्खलन के कारण तीन शिक्षकों सहित चार लोगों की जान चली गई। ऊधमपुर के दो शिक्षक रामबन जिले में नत्थाटाप के पास बरसाती नाले को पार करते पानी के तेज बहाव में बह गए। अनंतनाग में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई, जबकि हंदवाड़ा में यात्री बस के पलटने से एक सरकारी शिक्षक की मौत हो गई। गांदरबल में आइटीबीपी जवानों को ले जा रही बस ¨सध नदी में गिर गई, लेकिन चालक को मामूली चोटें आईं। इस बीच, कटड़ा में माता वैष्णो देवी की यात्रा जारी है।

एक अगस्त से केवल बालटाल मार्ग से जाएगी श्री अमरनाथ यात्रा

भारी बारिश के कारण श्री अमरनाथ यात्रा के पहलगाम मार्ग पर आवश्यक रखरखाव कार्य किए जाने हैं, जिसके चलते यात्रा एक अगस्त से केवल बालटाल मार्ग से जारी रहेगी। कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर विजय कुमार बिदूरी ने कहा कि पहलगाम मार्ग पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव कार्य करना आवश्यक है। बुधवार को भारी बारिश के कारण श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए दोनों आधार शिविरों (बालटाल और पहलगात) से यात्रा स्थगित रही।