कराची, १७ जुलाई ।
पाकिस्तान के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सदस्यों ने दक्षिणी सिंध प्रांत के हैदराबाद शहर में तीन नाबालिग हिंदू लड़कियों के जबरन मतांतरण और निकाह करने के आरोप में प्रदर्शन किया। यह नाबालिग लड़कियां 13 जुलाई को सिंध प्रांत के सांगहार जिले में अपहृत की गई थीं और बाद में उन्हें मुस्लिम पुरुषों के साथ जबरन मतांतरित कर विवाह कर दिया गया। पीडि़त परिवारों की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज एफआइआर में इसका उल्लेख किया है। यह एफआईआर रविवार और सोमवार को लड़कियों के परिवारों के लोगों के प्रदर्शनों के बाद दर्ज की गई, जिसमें जोर देकर कहा गया कि लड़कियां नाबालिग हैं। हालांकि, तीनों लड़कियां बुधवार को सिंध हाई कोर्ट के हैदराबाद सर्किट बेंच के समक्ष पेश हुईं और उन्होंने स्वेच्छा से मतांतरण और मुस्लिम पुरुषों से विवाह करने की बात स्वीकार की। लड़कियां अपने पतियों के साथ अदालत में पेश हुईं।
इस बीच, सिंध मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष इकबाल अहमद डेठो ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने के लिए पत्र लिखा है। पाकिस्तान की हिंदू जनसंख्या का अधिकांश हिस्सा सिंध प्रांत में बसा हुआ है, जहां वे अपने मुस्लिम साथियों के साथ संस्कृति, परंपराएं और भाषा साझा करते हैं।