
नई दिल्ली 15 जून । हनी ट्रैप के मामले अब सिर्फ अपराध का मामला नहीं रह गए हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा बनते जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अधिकारी इनके निशाने पर हैं। यह सनसनीखेज खुलासा तब हुआ, जब 31 मई को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक जासूसी रैकेट का पर्दाफाश किया। यह रैकेट इसके लिए एक नाबालिग पाकिस्तानी लडक़ी समेत विदेशी लड़कियों का इस्तेमाल कर रहा था। इन्हें राजस्थान के डींग जिले से पकड़ा गया। दिल्ली पुलिस ने इन लड़कियों के साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले मोहम्मद कासिम और उसके भाई मोहम्मद हसीन को भी गिरफ्तार किया था। हनी ट्रैप में इस्तेमाल की जा रही पकड़ी गई लड़कियों की संख्या छह बताई जा रही है। आतंकी और अलगाववादी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के शामिल होने की आशंका को देखते हुए केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। दिल्ली में अब तक ऐसे 25 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 10 में पाकिस्तान और बांग्लादेश की लड़कियां शामिल हैं।