
जांजगीर-चांपा। जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद इब्राहिम मेमन ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीडि़त परिवारों के लिए संवेदना जताई है।
मेमन ने कहा कि यह घटना पूरे देश को झकझोर देने वाली है और इसने केंद्र सरकार के उस दावे पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि कश्मीर घाटी में अब शांति लौट आई है। उन्होंने केंद्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की है।
उन्होंने ने कहा कि जब तक कश्मीर में आम नागरिक सुरक्षित नहीं हैं, तब तक शांति के दावे सिर्फ एक भ्रम हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से आतंकवाद पर कड़ी और प्रभावी कार्रवाई करने की मांग भी की।
यह हमला राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती देने वाली गंभीर घटना है, जिस पर सख्त और पारदर्शी कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो भी पहलगाम की आतंकी हमले में हिंदू-मुस्लिम का राग अलाप कर, नफरत फैलाना चाहते हैं वे आतंकवादी के मंसूबे को सफल कराने के सहयोगी ही है। आतंकवादी और इन नफरत बाजों का मकसद एक ही है,हम सबको इनसे सावधान रहना होगा। सच्चाई को समझे, पर्यटकों को संरक्षण कश्मीरी आवाम के वासियों ने दी, उनकी हिफाजत की वरना हादसा और भी भयावह हो सकता था। अगर थोड़ी सी भी सुरक्षा बलों की नियुक्ति की गयी होती तो आतंकवादियों को जवाब में गोली चली होती।
इब्राहिम मेमन ने कहा कि शासन,प्रशासन तो सोता रहा, उसकी सारी गोपनीय एजेंसियों की नाकामी थी। अगर उसने समय से पहले आगाह जो नहीं किया, वहीँ दुसरी ओर, जब पर्यटकों की भीड़ इतनी अधिक संख्या में होती है, तब शासन- प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम क्यों नहीं किये।