
मुजफ्फरपुर, 0३ नवंबर।
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार जंगलराज फिर से चर्चा में है। चुनाव में यह मुद्दा बन गया है। बड़ी आपराधिक घटनाओं को जनता के सामने लाया गया है तो जंगलराज को नए तरीके से परिभाषित भी किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुजफ्फरपुर के गोलू हत्याकांड का जिक्र किया। फिरौती की राशि नहीं देने पर अपहृत गोलू की हत्या ने बिहार को हिला दिया था। वर्ष 2001 की घटना के जिक्र ने जिलावासियों के जख्म को ताजा कर दिया। इस घटना के विरोध को दबाने में पुलिस की कार्रवाई में सात लोग भी मारे गए थे। पीएम के बाद गृह मंत्री ने रविवार को साहेबगंज विधानसभा के देवरिया की सभा में गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड की चर्चा कर जंगलराज का दृश्य जनता के सामने रख दी।साथ ही यह भी कहा कि अगर अब लालू-राबड़ी परिवार के तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते हैं तो बिहार में तीन नए विभाग और उसके मंत्री होंगे। अपहरण इंडस्ट्रीज, रंगदानी मांगने और अपहरण एवं खून के नए विभाग होंगे। इसके मंत्री भी होंगे। देश के दो बड़े नेताओं द्वारा जंगलराज की चर्चा किए जाने से चुनाव में यह एक मुद्दा बन गया है। अमित शाह से महागठबंधन की जगह एनडीए की सरकार से बाढ़ मुक्त बिहार से लेकर विकसित राज्य बनाने का आश्वासन दिया।अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर तो बनाया ही, सीतामढ़ी में भी मां सीता का भव्य मंदिर बन रहा है। अयोध्या से सीतामढ़ी को वंदे भारत से जोडक़र पूरे बिहार का टूरिज्म बढ़ाएंगे। उन्होंने जिले के धार्मिक स्थलों का भी जिक्र किया। इसमें बाबा गरीबनाथ, चतुर्भुज मंदिर, बगलामुखी मंदिर की चर्चा की। इसके अलावा यहां के अमर बलिदानी खुदीराम बोस, जुब्बा सहनी, पंडित सहदेव झा के बलिदान को भी नमन किया। लंगट सिंह, जार्ज फर्नांडीज एवं कैप्टन जय नारायण निषाद का जिक्र करते हुए मुजफ्फपुर की शाही लीची को मोदी सरकार द्वारा जीआई टैग देने की बात कही। उन्होंने कहा, लीची उत्पादों पर जीएसटी 12 से घटाकर पांच प्रतिशत किए जाने से किसानों को लाभ हुआ।




















