
गाजियाबाद, २६ अक्टूबर ।
पासपोर्ट की तिथि एक्सपायर होने पर नए सिरे से आवेदन करने वालों को ध्यान देने की जरूरत है। पुराने पासपोर्ट की जानकारी छिपाने पर उनकी फाइल फंस जाएगी। ऐसे में पासपोर्ट बनवाने के लिए चक्कर काटने पड़ेंगे। इसके अलावा स्थायी और वर्तमान पता गलत भरने पर भी लोगों के पासपोर्ट की फाइल फंस जाती है। ऐसे में पासपोर्ट कार्यालय ने लोगों को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी की है। कुछ लोग पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन बाद में पासपोर्ट बनवाने नहीं पहुंचते हैं। कुछ दिन बाद वह फिर से पासपोर्ट बनवाने का आवेदन करते हैं। इस दौरान वह पूर्व में किए गए आवेदन के बारे में जानकारी नहीं देते हैं।इस वजह से भी उनके फाइल फंस जाती है। कुछ लोग शिक्षित और अशिक्षित का कालम भरते समय गलती करते हैं। आवेदक वर्तमान व स्थायी पता गलत भरता है तो इसे जान बूझकर की गई गलती मानी जाती है। इससे आवेदन निरस्त कर दिया जाता है। साथ ही पासपोर्ट एक्ट के तहत वह कार्रवाई के दायरे में भी आ जाता है। ऐसे आवेदक को भविष्य में पासपोर्ट बनवाने में परेशानी सामना करना पड़ता है। 13 जनपदों के आवेदकों में से गलत जानकारी देने वालों की ज्यादा संख्या गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद के आवेदकों की अधिक है। गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले दोनों जनपदों में ऐसे नौकरी पेशा लोगों की संख्या ज्यादा है जो मूलरूप से कहीं और के निवासी हैं और रहते इन जनपदों में हैं।
ये लोग वर्तमान व स्थायी पते में से एक पता गलत भरते हैं।कोई स्थायी पते को ही वर्तमान पता भर देता है तो कोई वर्तमान पते को स्थायी पता। पुलिस सत्यापन के बाद रिपोर्ट गलत आती है तो उनका आवेदन निरस्त कर दिया जाता है। गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अंतर्गत आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली जिले आते हैं।



























