कोरबा। लगातार इस तरह की तस्वीर सामने आ रही है कि नए जमाने में लगातार बढ़ रही रील बनाने की बीमारी बढ़ती जा रही है। कहीं भी कभी भी और किसी भी कारण से झील बनने वाले सक्रिय हैं । इनमें टीनएजर्स से लेकर युवक , युवतियां और उम्रदराज भी पीछे नहीं हैं। लेकिन अब बहुत हो गया। खास तौर पर सडक़ इस तरह की नौटंकी करने वालों पर अब एक्शन होगा।
कोरबा सहित विभिन्न क्षेत्रों से इस तरह की तस्वीर और और खबरें लगातार आ रही है की रील के चक्कर में शौकीन वर्ग रेलवे ट्रैक के साथ-साथ मुख्य मार्ग और हाईवे और उपस्थिति दर्ज करने में पीछे नहीं है। ऐसे में लोको पायलट के साथ-साथ गाड़ी के चालकों को सतर्कता वर्तनी पड़ती है। जबकि कई मौका पर हादसे भी हो चुके हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम, से लेकर फेसबुक और व्हाट्सएप पर ऐसी तस्वीर भरी पड़ी है। जानकारों का कहना है कि मृग मरीचिका वाली दुनिया में दूसरे लोगों से लाइक, कमेंट और शेयर के चक्कर में इस तरह की हरकतें कुछ ज्यादा हो गई है। हालात ऐसे हैं कि अपनी आउट रीच को बढ़ाने और पहचान को दूर का रास्ता करने के चक्कर में लोग किसी भी स्तर तक जाने को तैयार बैठे हैं। ऐसे में सडक़ हाथों के साथ-साथ दूसरे स्थान पर घटनाएं भी हो रही है। ऐसे मामलों को लेकर अब हाई कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया है और पुलिस से पूछा है कि उसकी जानकारी में कितने मामले हैं और उसने क्या कुछ कार्रवाई की। इन कारणों से पुलिस को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना ही पड़ेगा। जानकारी मिली है कि कोरबा जिले में पुलिस ने पूर्व के कुछ मामलों में कार्रवाई की है । उसने स्पष्ट कर दिया है कि आगे इस तरह की हरकतों को ना तो बर्दाश्त किया जाएगा और ना ही किसी को बक्शा जायेगा।