
नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आइजीआइ) हवाई अड्डे पर पिछले एक साल से मादक पदार्थों के तस्करों और कस्टम विभाग के बीच चूहे-बिल्ली के खेल का अखाड़ा बना हुआ है। दिसंबर 2024 से लेकर अब तक, दिल्ली कस्टम्स ने तस्करी के दर्जनों प्रयासों को नाकाम करते हुए करोड़ों रुपये के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। दिसंबर 2024 से लेकर अब तक की गई कार्रवाइयों में कस्टम ने 130 करोड़ से अधिक का ड्रग्स बरामद किए हैं, जिनका बाजार मूल्य 133 करोड़ रुपयों से ज्यादा आंकी गई। वहीं 25 से अधिक भारतीय और विदेशी नागरिक यात्रियों को गिरफ्तार किया गया है। आंकड़ों के से साफ है कि साल 2025 में बैंकॉक से नशा तस्करी के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है।
गत एक साल में बैंकॉक मार्ग पर बढ़ी तस्करी
साल 2025 के दौरान यह देखा गया है कि पकड़े गए नशीले पदार्थों, विशेषकर हाइड्रोपोनिक गांजे की खेप बैंकॉक (थाईलैंड) से सबसे ज्यादा भारत आ रही है। इसमें राजधानी दिल्ली के साथ ही मुंबई में भी इस एक साल में भारी मात्रा में बैंकॉक से ही तस्करी कर लाया गया है। कस्टम और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) अब इस गंभीर पहलू की जांच में जुटी है कि क्या विदेशी नशा तस्कर दिल्ली को एक ट्रांजिट हब (नशा भेजने का प्रमुख केंद्र) के रूप में इस्तेमाल करने की साजिश रच रहे हैं। जांच का मुख्य केंद्र यह पता लगाना है कि क्या यह नशा केवल दिल्ली-एनसीआर के लिए है या इसे यहां से अन्य देशों या राज्यों में भेजा जा रहा है।




























