कोरबा। कोरबा नगर पालिक निगम के सभापति का सम्पन्न चुनाव बीजेपी के लिए सर दर्द बन गया हैं। बीजेपी नेताओं की आपसी खींचतान और अंदरुनी गुटबाजी इतनी ज्यादा बढ़ गई हैं की प्रदेश संगठन ने सख्ती नहीं दिखाई तो भविष्य में इसका खामियाजा पार्टी को ही भुगतना पड़ेगा।

यहां मंत्री लखनलाल देवांगन के समर्थकों और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव के करीबी माने जाने वाले हितानंद अग्रवाल के समर्थकों के मध्य जिस तरह से अपनी हैसियत दिखाने की जंग चल रही है उससे तो ऐसा लगता है कि पार्टी के अनुशासन के डंडे का भय किसी को नहीं रहा।सभापति चुनाव में बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल की हार और बागी नूतन सिंह ठाकुर की जीत ने यहां बवंडर ला दिया। पीड़ित पक्ष के समर्थकों ने इसके लिए मंत्री लखनलाल देवांगन को जिम्मेदार प्रचारित करते हुए बीजेपी प्रदेश से लेकर दिल्ली मुख्यालय तक शिकायतों का पुलिंदा भेज दिया है जिससे उन्हें लगता है कि लखनलाल देवांगन को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ेगा। भले ही विष्णु देव सरकार में लखन देवांगन मंत्री हैं लेकिन उनके विरोधी भी अपनी पहुंच दिल्ली तक बता रहे हैं। कोरबा में बीजेपी की लड़ाई क्षेत्रवाद और जातिवाद की शक्ल में आगे बढ़ रही है, निश्चित ही इससे शहर का वातावरण प्रदूषित होगा इसमें दो राय नहीं है।

अभी एक ऑडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है । जिसको लेकर भाजपा के पार्षद काफी भड़के हुए है। ऑडियो के संबंध में बीजेपी के पार्षद एफआईआर दर्ज कराने थाने जा पहुंचे यहां उन्होंने हितानंद अग्रवाल और बद्री अग्रवाल पर एआईआर की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। इनका कहना है की मंत्री लखनलाल देवांगन और बीजेपी नेता विकास महतो के खिलाफ इन्होंने साजिश रची हैं।बात दे की सभापति चुनाव में घटित घटना को लेकर प्रदेश संगठन ने जांच के लिए टीम गठित कर दी है और 17 मार्च को यह टीम कोरबा आने वाली है कि इससे पहले ही भाजपा की सियासत गरमा गई है।

निगम सभापति की मन की बात

नगर पालिक निगम कोरबा के सभापति नूतन सिंह ठाकुर ने मिडिया को वाट्स ऐप में प्रेषित अपने बयान में कोरबा बीजेपी में चल रहे विवाद को एक अलग ही दिशा देते हुए कहा कि एक मध्यमवर्गीय परिवार के अधिवक्ता के सभापति बन जाने से पूंजीवादी वर्ग इतना बैचेन है कि मुझे हटाने साजिश रची जा रही है। कोरबा में छत्तीसगढ़िया नेतृत्व को समाप्त करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
ऐसे षड्यंत्रकारियों के खिलाफ चुनाव लडने पर मुझे भाजपा का बागी कहा गया, लेकिन ये लोग भाजपा के गद्दार है। कांग्रेस राज में पूंजीपतियों का बोलबाला था अब भाजपा राज में किसी भी तरह सत्ता पाने पूंजीवादी छटपटा रहें हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि पूंजीवाद के खिलाफ लड़ाई में जनता मेरा साथ देगी। भाजपा नेतृत्व से मांग करता हूं कि ऐसे षड्यंत्रकारियों लोगो को तुरंत भाजपा से निष्कासित करना चाहिए।