रांची। धनबाद के बलियापुर व प्रधानखंडा की दुकानों में 802 बोतलों की शराब पीने का इलजाम चूहों पर था। पर जब विभाग ने इसकी जांच कराई तो जांच में चूहे बेदाग निकले। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वहां शराब की खुदरा दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका प्लेसमेंट एजेंसी आरके एंड कंपनी मैनपावर प्राइवेट लिमिटेड के पास था। अपनी गलती छुपाने के लिए इस प्लेसमेंट एजेंसी ने दोष चूहों पर मढ़ा था। इसका खुलासा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की टीम ने अपनी जांच में पाया है और इससे संबंधित रिपोर्ट विभागीय मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी है। अब आरोपित मैनपावर आपूर्ति कंपनी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी। स्टाक में मिले अंतर की वसूली भी संबंधित एजेंसी से की जाएगी। राज्य में मई 2022 में लागू उत्पाद नीति के दौरान राज्य में शराब की थोक व खुदरा बिक्री झारखंड राज्य बेवरेजेज कारपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के हाथों हो रही थी। खुदरा दुकानों के संचालन के लिए मैनपावर आपूर्ति का ठेका मैनपावर आपूर्ति एजेंसियों को दिया गया था। मैनपावर आपूर्ति एजेंसी को ठेका 31 जून 2025 तक था। इन्हीं एजेंसियों में धनबाद में मेसर्स आरके एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के पास मैनपावर आपूर्ति का ठेका था, जिसने यह खेल किया है।