
कोरिया बैकुंठपुर। एसईसीएल द्वारा किए गए जमीन अधिग्रहित की गई जमीन के बदले लंबे समय से नौकरी व मुआवजा की मांग करने वाले खोंड़ सोरगा टेमरी के पिडि़त किसानों की मांग पूरी नही होने के कारण सभी एकजुट होकर रविवार को सोरगा चौक में कोल परिवहन रोक कर अनिश्चितकालीन चक्का जाम एवं आंदोलन शुरू कर दिया गया।
जिससे रविवार को दिनभर एसईसीएल पांण्डवपारा एवं झिलमिली कोयला खदान से उत्पादन कोयला का कटोरा साइडिंग तक परिवहन ठप रहा चक्का जाम करने वाले पीडि़त किसानों को धरना प्रदर्शन समाप्त करने के लिए जिले के प्रशासनिक अधिकारी ने मौके में पहुंचकर समझाइस दी शांती महोल से हड़ताल करे हम आपके मागो को पुरा कराएंगे धरना प्रदर्शन दुसरे दिन भी जारी है चक्का जाम कर रहे पीडि़त किसानों ने अधिकारियों से कहा की हमारी भूमि को एसईसीएल पाण्डवपारा के द्वारा पिछले 15 मई1989से 18 जुलाई 1992 तक की समय से किया गया अधिग्रहण के एवज में 36 वर्षों के बाद भी मुआवजा या नौकरी नहीं दिया गया इसलिए हमने एसईसीएल से 40 वर्षों का पूर्ण रोजगार0.01आरए भूमि के हिसाब से या जक कॉल रिकवरी जो भूमि के बदले रोजगार प्राप्त करके जितना राशि प्राप्त किया उतनी राशि के के साथ एरिस बोनस और सेवानिवृत होने के बाद एक मुफ्त जमा राशि दे या 35 से 36 हर जाना5 लाख रुपये प्रतिवर्ष एवं जमीन की वापसी या 8 लख रुपए प्रति डिसमीन के हिसाब से मुआवजा या 2 करोड़ रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से दिया जाए यह मांग किया जा रहा है जबकि पिडित किसानों के द्वारा एसईसीएल को जानकारी पहले से दिया गया सोरगा चौक में रविवार सुबह से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया जबकि पीडि़त किसान अपने मांगों को लेकर दिनभर डटे रहे एवं सोमवार को भी शांति माहौल से हड़ताल में डटे रहे झिलमिली एवं पांण्डवपारा कोयला खदान से कटोरा साइडिंग तक होने वाला कोल ट्रांसपोर्ट दो दिन से ठप्प रहा जिससेे एसईसीएल का 2 दिन से 3 लाख तक नुकसान हुआ जो अभी तक धरना प्रदर्शन में बैठे हुए किसान का कोई पहल निकला पांडवपारा प्रवीण कुमार दुबे सोमवार साय बबन यादव अवधेश कुशवाहा भोला सिंह मान साय मंगल साय देव नरायन अमर साय गनेश कुशवाहा शेष मन देवंती।