
नई दिल्ली। आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई में ऑस्ट्रेलिया ने अपना समर्थन दिया है। ऑस्ट्रेलिया के उप-प्रधानमंत्री एवं रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने कहा है कि भारत के साथ संबंधों को उनका देश अपने राष्ट्रीय हितों के लिए महत्वपूर्ण मानता है और सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ वार्ता के दौरान मार्लेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई रुकने का स्वागत किया और इसे भारतीय नेतृत्व का कार्य करार दिया। बैठक में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत में शांति एवं स्थिरता के लिए रणनीतिक सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की।इस दौरान पहलगाम आतंकी हमले और सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन का मुद्दा भी उठा। दोनों ने हमले की निंदा की और पीडि़तों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राजनाथ सिंह ने अपनी टिप्पणी में पहलगाम हमले के जवाब में भारत की कार्रवाई को ऑस्ट्रेलिया के समर्थन की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के विरुद्ध अपने आत्मरक्षा के अधिकार का इस्तेमाल किया और पहलगाम हमले के बाद की कार्रवाई नपी-तुली, तनाव नहीं बढ़ाने वाली और जिम्मेदारीपूर्ण थी।उन्होंने कहा कि भारत अपनी पश्चिमी सीमा पर कठिन चुनौतियों का सामना कर रहा है। मार्लेस की भारत यात्रा भारत-आस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है, जिससे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने में मदद मिली है।
सिंह और मार्लेस ने आस्ट्रेलिया-भारत संयुक्त अनुसंधान परियोजना पर हस्ताक्षर का स्वागत किया और रक्षा-औद्योगिक सहयोग को तीव्र करने व उसमें विविधता लाने पर सहमति व्यक्त की। साथ ही स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमति जताई। आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अलग से मुलाकात में आस्ट्रेलियाई नेता ने सीमा पार आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत को समर्थन दोहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने हालिया चुनाव में ऑस्ट्रेलियन लेबर पार्टी की ऐतिहासिक जीत के लिए मार्लेस को बधाई दी।
दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया रणनीतिक साझेदारी और मजबूत करने पर विमर्श किया जिसके बुधवार को पांच वर्ष पूरे हो गए। साथ ही उन्होंने रक्षा औद्योगिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखला, महत्वपूर्ण खनिजों एवं नई व आधुनिक तकनीकों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की महत्ता को रेखांकित किया।प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा, ‘उन्होंने स्थिर, सुरक्षित एवं समृद्ध ङ्क्षहद-प्रशांत का साझा दृष्टिकोण द्विपक्षीय सहयोग का मार्गदर्शन करता रहेगा।’ मोदी ने इस वर्ष के आखिर में होने वाली वार्षिक बैठक के लिए प्रधानमंत्री एंथनी अल्बीनीज को निमंत्रण भी दिया।मार्लेस दो से पांच जून तक मालदीव, श्रीलंका, इंडोनेशिया और भारत की यात्रा पर हैं। मंगलवार रात दिल्ली पहुंचने के बाद बुधवार सुबह उन्होंने दिन की शुरुआत नेहरू पार्क में दौड़ लगाकर की और फिर मालचा मार्ग पर स्थानीय बाजार में चाय का लुत्फ उठाया। बाद में वह नेशनल वार म्यूजियम गए और भारतीय बलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।