
मुंबई। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 57 करोड़ रुपये की आईएनएस विक्रांत धोखाधड़ी मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया को क्लीनचिट देते हुए दूसरी बार क्लोजर रिपोर्ट दायर की है। सोमैया पर आरोप है कि उन्होंने सेवामुक्त विमानवाहक पोत के संरक्षण के लिए जनता से दान एकत्र किया, लेकिन वह धनराशि महाराष्ट्र सरकार या राज्यपाल को ट्रांसफर नहीं किया। इस वर्ष की शुरुआत में भी आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी। हालांकि, अदालत ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया तथा धन के स्त्रोत का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया था।
गवाहों ने दावा किया था कि उन्होंने सोमैया को पैसे दान किए थे। जांच पड़ताल के बाद ईओडब्ल्यू ने दूसरी क्लोजर रिपोर्ट दायर की है। इस रिपोर्ट में ईओडब्ल्यू ने कहा कि उसे कथित 57 करोड़ रुपये के लेन-देन का कोई साक्ष्य नहीं मिला। हालांकि, इसने 12,881 की छोटी राशि का पता लगाया, जिसे किरीट सोमैया ने कथित तौर पर 10 दिसंबर, 2013 को चर्चगेट रेलवे स्टेशन के पास आयोजित दान अभियान के दौरान एकत्र किया था। इस कार्यक्रम के बाद सोमैया ने महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल के. शंकरनारायणन से मुलाकात कर एकत्रित राशि उन्हें सौंप दी।