हर घर में पानी कैसे पहुंचे, इसकी निगरानी करने का दायित्व जिपं सदस्यों का

जांजगीर। जिला पंचायत जांजगीर-चांपा की सामान्य सभा की बैठक जिला पंचायत सभा कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष सत्यलता आनंद मिरी ने की। बैठक में पूर्व में पारित प्रस्तावों के अनुपालन प्रतिवेदन पर चर्चा की गई। साथ ही आदिम जाति विभाग के छात्रावासों की स्थिति, आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यप्रणाली, फ्लाई ऐश एवं स्लैगचुरी के उपयोग से संबंधित पर्यावरण अनुमति प्रक्रिया की समीक्षा की गई। अध्यक्ष इंजी. मिरी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी सामान्य सभा की बैठक से अनुपस्थित रहे हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए।
जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान सदस्यों ने बताया कि जिले के कई गांवों में अब भी घरों तक जलापूर्ति नियमित नहीं हो रही है। इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्रत्येक घर तक नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिला पंचायत सदस्यों द्वारा गांवों में जलापूर्ति व्यवस्था की जांच की जाएगी। अध्यक्ष ने कहा कि यदि पाइपलाइन या सप्लाई में कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो संबंधित विभाग से स्पष्टीकरण लेकर सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में उद्योगों से संबंधित जलकर बकाया राशि की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। फ्लाई ऐश व स्लैगचुरी के उपयोग से जुड़ी पर्यावरण अनुमति एवं अनापत्ति प्रमाण पत्रों की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने पर जोर दिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि इन अनुमतियों से जुड़ी संपूर्ण प्रक्रिया, मानदंड और दस्तावेजों की सूची सार्वजनिक की जाए ताकि जनता को जानकारी मिल सके और पर्यावरण नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित हो। आदिम जाति विभाग के छात्रावासों में दाखिला संख्या और राशि आबंटन की स्थिति की भी विस्तृत समीक्षा की गई।
आंगनबाड़ी तय समय पर खोलने पर दिया जोर: आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों की संख्या और उपस्थिति की जानकारी लेते हुए अध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ता और सहायिकाएं केंद्र में उपस्थित रहें।
सदस्यों ने बताया कि छात्रों की वास्तविक संख्या के अनुसार ही राशि का आबंटन होना चाहिए। निर्णय लिया गया कि जिला पंचायत सदस्य स्वयं छात्रावासों का निरीक्षण करेंगे। यदि किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी से राशि की वसूली की जाएगी। अध्यक्ष ने कहा कि छात्रावासों का संचालन पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ होना चाहिए ताकि छात्र-छात्राओं को निर्धारित सुविधाएं समय पर मिल सकें।
इस अवसर पर बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया, सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, जिला पंचायत सदस्य लोकेश राठौर, प्रियंका सिंह क्षत्री, आशा साव, राजकुमार साहू, प्रमिला साहू, बबीता रात्रे, महादेव नेताम, प्रीति दिब्य, नेहा साहू, संतोषी सिंह रात्रे, उमा राठौर, शशिकला सिंह सहित जनपद पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, उप संचालक अभिमन्यु साहू तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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