कोरबा । प्रदेश के पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने एस.इ.सी.एल. प्रबंधन द्वारा संचालित कुसमुण्डा कोयला खदान की विस्तार परियोजना के दायरे में आ रहे ग्राम जटराज (चन्द्रनगर) के प्रभावित परिवारों की समस्याओं और उनकी बसाहट के लिए प्रबंधन एवं प्रशासन द्वारा करवाई जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी लिया। पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद, प्रदेश सचिव विकास सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नत्थू लाल यादव पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष कोरबा शहर सपना चौहान, महिला जिलाध्यक्ष कुसुम द्विवेदी, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू, पार्षद सुखसागर निर्मलकर के साथ ही अनेक पार्षदों व अन्य कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व मंत्री ने ग्रामवासियों से चर्चा के दौरान उन सभी की समस्याओं को विस्तार से जाना और समझा। ग्रामवासियों ने बताया कि लगभग 10 साल पहले जिन लोगों ने मुआवजा भुगतान प्राप्त कर लिया था उन परिवारों से यथायोग्य युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो गया है जबकि दूसरी ओर जिन लोगों ने मुआवजा राशि का भुगतान नहीं प्राप्त किया था उन परिवारों के समक्ष गंभीर समस्याएं हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जमीन कब्जाने गए प्रशासनिक अमले के साथ महाप्रबंधक कुसमुण्डा ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया था कि शेष बचे हुए 40 परिवारों के योग्य युवाओं को रोजगार दिलाया जायेगा लेकिन व ेअब अपने वायदे से मुकर रहे हैं।
जयसिंह अग्रवाल ने साथ में आए वरिष्ठ कांग्रेसियों के साथ उस स्थल का जायजा लिया जहां प्रबंधन द्वारा बसाहट देने की कवायद की जा रही है। कुसमुण्डा खदान विस्तार परियोजना के जद में आ रहे ग्राम जटराज के लोगों की समस्याओं के संबंध में श्री अग्रवाल ने दो महीने पहले ही संबंधित विभागों व अधिकारियों को पत्र लिखा था जिस पर संज्ञान लेते हुए कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत ने बसाहट हेतु चयनित स्थल का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए निर्देशित किया था लेकिन समतलीकारण का काम बंद है। ग्रामवासियों ने बताया कि प्रशासनिक अमने के साथ महाप्रबंधक कुसमुण्डा ने बलपूर्वक उनके घरों को छोडक़र उनकी बाड़ी आदि की शेष जमीन को कब्जा कर खनन कार्य के लिए एसईसीएल को सौंप दिया है। ग्रामीणों ने बरसात तक घरों को नहीं उजाडऩे की फरियाद की है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारियों ने बिना समुचित व्यवस्था करवाए ही भरी बरसात में ग्रामवासियों को जमीन से बेदखल करने का मन बना लिया था और उसी के अनुरूप वे कार्य कर रहे हैं। प्रस्तावित बसाहट क्षेत्र में भू स्खल की वजह से भी गंभीर समस्या बनी हुई है। जटराज में अभी 150 परिवार निवासरत हैं। जटराज से रामाधार पटेल, पतिराम पटेल, धरमलाल पटेल, मोहन पटेल, हीरो राम पटेल, गीताबाई पटेल, इतवारा बाई पटेल, हीरा मोती पटेल, पवन कुमार, राकेश कुमार, कपिल, श्विनी, लक्ष्मीबाई पटेल व शगुन पटेल सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासियों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया।ग्राम जटराज के बाद जयसिंह अग्रवाल अपने साथियों के साथ कुसमुण्डा क्षेत्र पहुंचे जहां पूर्व पार्षद बसंत चन्द्रा और अन्य लोगों ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात करवाया और प्रशासन द्वारा गिराए गए घरों को भी दिखाया। विगत दिनों प्रशासन द्वारा 11 लोगों के घरों को उजाड़ा गया था। वहां के निवासियों ने निवेदन किया था कि बरसात तक का समय उनको दे दिया जाए लेकिन प्रशासनिक अमला राजी नहीं हुआ और उनके घरों को धराशायी कर दिया गया। कुसमुण्डा क्षेत्र में निर्माणाधीन ओव्हर ब्रिज की जद में आने वाले मकानों को भरी बरसात में तोड़ा गया है। कुसमुण्डा महाप्रबंधक के साथ ही एसडीएम, तहसीलदार और कुसमुण्डा टीआई ने बलपूर्वक 11 लोगों के मकान तोडऩे हेतु दबाव बनाया। आवासहीन हो चुकी सिंधु जायसवाल ने बताया कि कुसमुण्डा महाप्रबंधक द्वारा उन सभी को आश्वासन दिया गया था कि उन्हे रहने के लिए किराए पर आवास सुविधा एसईसीएल द्वारा उपलब्ध करवाई जायेगी लेकिन अभी तक ऐसी कोई बात नहीं हुई है। कुसमुण्डा में रमेश कुमार देवांगन, जानकी साहू? मोहम्मद सज्जाद आदि ने अपनी कठिनाईयों को बताया।
इस संबंध में पूर्व मंत्री ने कहा है कि प्रशासनिक अमला प्रभावित परिवारों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है वरन् उन्हें प्रताडित करने का कार्य बखूबी किया जा रहा है। कुसमुण्डा में सिंधु जायसवाल ने बताया कि उसके पति विकलांग हैं और दो साल पहले संजय नगर में उसके एक मकान को तोड़ दिया गया था और दो महीने के भीतर मकान बनाकर उसे देने की बात प्रबंधन ने मानी थी लेकिन उसका आज तक कोई पता नहीं है जबकि उसके कुसमुण्डा के मकान को भी तोड़ दिया गया। पूर्व मंत्री ने प्रशासन से मांग किया है कि जिस प्रकार से कोरबा सुनालिया अण्डर ब्रिज निर्माण के जद मे आने वाले प्रभावितों को उदारतापूर्वक डीएमएफ मद से मुआवजा राशि का भुगतान किया गया उसी प्रकार कुसमुण्डा के प्रभावित परिवारों को तत्काल उदारतापूर्वक मुआवजा राशि का भुगतान करवाया जाय। श्री अग्रवाल ने कहा कि मुआवजा राशि का भुगतान नहीं किए जाने की स्थिति में व्यापक पैमाने पर आन्दोलन किया जाएगा।