हमर लैब योजना का मरीजों को मिल रहा लाभ
कोरबा। स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे सुधारों का लाभ अब कोरबा जिले के लोगों को भी सीधे रूप में मिल रहा है। जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के रूप में अपग्रेड किए जाने के बाद यहां लेबोरेटरी सुविधाओं का भी व्यापक विस्तार किया गया है। खासतौर पर किडनी और लीवर से संबंधित पैथोलॉजिकल जांच अब यहीं पर उपलब्ध हैं, जिससे मरीजों को बाहर बड़े डायग्नोस्टिक सेंटर पर निर्भर नहीं रहना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के दौरान कोरबा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का प्रस्ताव प्रदेश सरकार द्वारा भेजा गया था, जिसे केंद्र द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। बजट स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया और इसी क्रम में कोरबा के जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज से एफिलिएट कर संचालित किया जा रहा है। यह व्यवस्था अगले कुछ वर्षों तक इसी स्वरूप में बनी रहेगी, जिससे जिले के नागरिकों को चिकित्सा सुविधाओं में व्यापक लाभ मिल रहा है।
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में विभिन्न विभागों की स्थापना के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों, तकनीशियन और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पुराने लैब सेटअप को आधुनिक स्वरूप में परिवर्तित किया गया है और ‘हमर लैब योजना’ के अंतर्गत नई मशीनों और उपकरणों की व्यवस्था की गई है। अब मरीजों को रक्त, यूरिन, लिवर फंक्शन टेस्ट (रुस्नञ्ज), किडनी फंक्शन टेस्ट (्यस्नञ्ज) सहित अनेक प्रकार की पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा यहीं पर मिल रही है। इससे जहां समय की बचत हो रही है, वहीं जांच रिपोर्ट भी शीघ्रता से मिल रही है।
हजारों मरीजों को मिल चुका है लाभ
नई व्यवस्था के तहत अब तक हजारों मरीजों को लाभ मिल चुका है। पहले जहां मरीजों को जांच के लिए निजी लैब पर निर्भर रहना पड़ता था, अब वे यह सेवाएं सरकारी अस्पताल में ही प्राप्त कर पा रहे हैं। भविष्य में कुछ और विशेष जांच सुविधाएं भी शुरू करने की योजना है, जिससे कोरबा एक उन्नत स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में स्थापित हो सकेगा।
डॉ. के.के.सहारे, डीन, मेडिकल कॉलेज