कोरबा। जिले के बाल संप्रेक्षण गृह (बालक), बालको में वायरल हुए एक वीडियो की जांच पूरी होने के बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हाउस फादर श्रीमती सरिता बैरागी को पद से हटा दिया है। यह कार्रवाई कलेक्टर के निर्देश पर की गई है।
प्रकरण एक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा है जिसमें संस्थागत किशोर एक कमरे में बैठकर टीवी पर गाने देख रहे थे। इस वीडियो को एक किशोर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से “कोरबा जेल” टैग लाइन के साथ पोस्ट किया था, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

इस वीडियो को लेकर गलत संदर्भों के साथ समाचार प्रसारित किए गए, जिसमें इसे फरार कैदियों से जोड़ने का प्रयास किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्पष्ट किया कि वीडियो में किसी प्रकार का अनुशासनहीन या आपत्तिजनक व्यवहार नहीं देखा गया। किशोर केवल टीवी देख रहे थे और यह सामान्य मनोरंजन का हिस्सा था। हालांकि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि किशोरों के पास मोबाइल फोन नहीं था, बल्कि वीडियो संस्थान की कर्मचारी श्रीमती सरिता बैरागी के मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया था। यह कृत्य किशोर न्याय अधिनियम, 2015 की धारा 74 के तहत गोपनीयता का उल्लंघन माना गया है।