
बैकुंठपुर। कोरिया व एमसीबी जिले में हर साल सैकड़ों की संख्या में अन्य राज्यों से घूम-घूमकर व्यवसाय करने वाले पहुंचते हैं, लेकिन अतिरिक्त काम के बोझ से बचने थानों में इनकी मुसाफिर दर्ज नहीं की जाती है।
जिले में इन दिनों चोरी और लूटपाट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इन वारदातों के पीछे जिले में आने वाले बाहरी फेरीवालों की संदिग्ध गतिविधियां बड़ी वजह हो सकती हैं। ये फेरी वाले कपड़े, बर्तन, श्रृंगार सामग्री समेत अन्य घरेलू वस्तुएं गांव-गांव, गली-गली घूमकर बेचते हैं, जिससे उनकी लोगों के घरों तक सीधी पहुंच हो जाती है। यही वजह है कि चोरी के कई मामलो का खुलासा आज तक नहीं हो सका है। तहसील सोनहत के अंतर्गत सभी 79 कोटवारों को इनकी पहचान कर चिंहित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। ये सभी कोटवार अपने-अपने क्षेत्रों में बाहरी व्यक्तियों विशेषकर फेरीवालों की पहचान कर, उनकी पूरी जानकारी मुसाफिर पंजी में दर्ज करेंगे। इस मुसाफिर पंजी का नियमित निरीक्षण संबंधित पटवारी और कानूनगो द्वारा किया जाएगा, जिससे दर्ज जानकारी का सत्यापन किया जा सके। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाल ही में आयोजित कलेक्टर कांफ्रेंस में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को मुसाफिर पंजी के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए थे। जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में साइकिल और बाइक से घूम-घूमकर फेरी करने वालों को देखा जा सकता है। एएसपी पंकज पटेल ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति उनके क्षेत्र में दिखाई दे तो तुरंत इसकी सूचना संबंधित थाने में दें। मकान मालिकों से भी कहा गया है कि किरायेदार की पूरी जानकारी थाना में दर्ज कराएं। पंजी में नाम, पता, आने की तिथि, रहने का स्थान, बेचने का सामान आदि की पूरी जानकारी दर्ज की जा रही है। इस पहल के माध्यम से ग्राम स्तर पर आने-जाने वालों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।