पटना। सावन में अपने समर्थकों को मटन खिलाकर केंद्रीय मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह (Lalan Singh Mutton Party) चर्चा में आ गए हैं। महागठबंधन के दल कह रहे हैं कि भाजपा और उसके घटक दलों का सनातन प्रेम महज वोट के लिए है। वास्तविक जीवन में इन दलों के नेता सनातन की परम्परा और मान्यताओं का तनिक सम्मान नहीं करते। केंद्रीय मंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र मुंगेर के सूर्यगढ़ा में बुधवार को कार्यकर्ताओं के लिए भाेज का आयोजन किया था। सभा मंच से उन्होंने समर्थकों से आग्रह किया कि वे सब भोज खाकर जाएं। सावन वाला भोजन (शाकाहारी) है। उनके लिए भी है, जो सावन नहीं मानते हैं। इसके बाद उनके समर्थकों ने दोनों तरह के भोजन का आनंद लिया और विपक्ष को एक मुद्दा दे दिया। ललन सिंह जब तब अपने समर्थकों को मटन-भात का भोज देते रहते हैं। हर समय विपक्ष की आलोचना भी झेलते हैं। एक बार उन्होंने मुंगेर में बड़े भोज का आयोजन किया था। उस समय भाजपा विपक्ष में थी।तब भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने उस भोज पर प्रश्न किया था। सिन्हा अभी उपमुख्यमंत्री हैं।

मांसाहार पर एनडीए ने शुरू की थी बहस

उन्होंने बुधवार के मटन भोज पर कोई टिप्पणी नहीं की। बिहार में हिंदू घर्मावलंबी आम तौर पर मांसाहार से परहेज करते हैं। असल में मांसाहार पर बहस की शुरुआत एनडीए की ओर से ही हुई थी। दो साल पहले नवरात्र के समय एक वीडियो प्रसारित हुआ था।