पटना, 2७ जुलाई ।
अपने कोर वोट बैंक का ख्याल रखते हुए सुप्रीमो लालू प्रसाद ने राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। समिति में पांच महिलाओं समेत कुल 28 लोगों को जगह दी गई है, जिनमें से अधिकांश बिहार से हैं और पुराने चेहरे हैं। जिम्मेदारी तय करने में अनुभव और कार्यकुशलता के साथ-साथ लालू परिवार के प्रति समर्पण और निष्ठा को प्राथमिकता दी गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री राबड़ी देवी को फिर से उपाध्यक्ष बनाया गया है। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पहली बार यह जिम्मेदारी दी गई है, जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों से एक बार फिर पार्टी की बिहार इकाई की कमान संभालने से इनकार कर दिया था। तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका देने का अनुरोध करके पहले ही इसका संकेत दे दिया था। उपाध्यक्ष पद पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी को बरकरार रखा गया है। चौथे उपाध्यक्ष पूर्व सांसद महबूब अली कैंसर हैं, जो पहली बार इस भूमिका में आए हैं।बिहार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी को एक बार फिर प्रधान महासचिव और विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह को फिर से कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। संगठन पर मजबूत पकड़ रखने वाले सिद्दीकी पार्टी से लेकर सरकार तक हर भूमिका में सुप्रीमो की कसौटी पर खरे उतरे हैं। वे लंबे समय से पार्टी के लिए रणनीति बनाते रहे हैं।
सुनील लालू परिवार के इतने करीबी हैं कि राबड़ी उन्हें अपना भाई कहती हैं। राजद को संसाधन संपन्न बनाने में अब तक उनका योगदान सराहनीय माना जाता है। उनके साथ 12 महासचिव और 10 सचिव बनाए गए हैं। कई दलों में जा चुकीं पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा को भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। पार्टी की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल, मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और प्रवक्ता चितरंजन यादव ने सभी पदधारियों को बधाई दी है।