
फैसला अब पर्यवेक्षक एवं संगठन के शीर्ष नेताओं के हाथों सुरक्षित
जांजगीर चांपा। जिला जांजगीर चांपा में कांग्रेस पार्टी का जिला अध्यक्ष बनने के लिए न केवल पुरुष वर्ग जोर आजमा रहे हैं बल्कि इस पद के लिए महिला दावेदार भी अपना आवेदन पार्टी के पर्यवेक्षक को दी है। इस बार अध्यक्ष पद के दावेदारों में युवा वर्ग अधिक दिखाई दे रहे हैं। जातीय समीकरण का मुद्दा भी हावी होता जा रहा है।
जांजगीर चांपा विधानसभा से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रमेश पैगवार, पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष चांपा राजेश अग्रवाल, पूर्व विधायक मोतीलाल देवांगन, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जांजगीर भगवान दास गढ़वाल, युवक कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष आभास बोस , युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न दास महंत, गिरधारी यादव, टिंकू मेमन,विवेक सिसोदिया, आदि लोगों ने आवेदन दिए हैं।
इसी तरह पामगढ़ विधानसभा से पिछड़ा वर्ग के नेता हरप्रसाद साहू के अलावा अनेक लोगों ने जिला अध्यक्ष के लिए यहां दावेदारी किए हैं। इतना ही नहीं बल्कि जैजैपुर विधानसभा से गुलाबुद्दीन खान के साथ अनेक लोगों ने अपना आवेदन पर्यवेक्षक को दिया है। तो वही अकलतरा विधानसभा से पूर्व जिला अध्यक्ष श्रीमती मंजू सिंह ने भी अपनी दावेदारी की है । वही पर्यवेक्षक के समक्ष वर्तमान जिलाअध्यक्ष एवं विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के आवेदन नहीं करने के बाद भी उनके समर्थकों ने उन्हें दुबारा जिला अध्यक्ष बनाए जाने की मांग किए हैं। यहां यह बताना आवश्यक है कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पद पर अधिकतर समय सामान्य वर्ग के नेताओं का कब्जा रहा है जिसमें शिवप्रसाद शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, दिनेश शर्मा,श्रीमती मंजू सिंह, राघवेंद्र कुमार सिंह, आदि लोग कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष के पद पर नेतृत्व करते आए हैं। वहीं विरोधी पार्टी भाजपा की ओर देखा जाए तो वह सभी वर्ग के नेताओं को जिला अध्यक्ष बनाकर नेतृत्व करने का मौका
प्रदान की है। परंतु कांग्रेस पार्टी में यह बातें दिखाई नहीं देती। कुछ समय के लिए श्रीमती शशिकांत राठौर जिला अध्यक्ष जरूर रही है परंतु इसके बाद अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को नेतृत्व करने का मौका कांग्रेस में नहीं मिला। कांग्रेस पार्टी द्वारा आज तक अनुसूचित जाति, जनजाति के अलावा पिछड़ा वर्ग से साहू समाज के लोगों को नेतृत्व करने का मौका नहीं दिया गया जबकि इस क्षेत्र में इनकी बहुलता है। इसके लिए विचार करने की आवश्यकता है।
कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा युवा वर्ग के लोगों को 50 प्रतिशत नेतृत्व करने का मौका देने की बातें कहने से इस बार दावेदारों में अधिक युवा वर्ग ही दिखाई दे रहे हैं। विदित हो कि अब तक कांग्रेस पार्टी केवल जांजगीर चांपा एवं अकलतरा विधानसभा को ही महत्व देते रही है जहां समय-समय पर कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष बनते रहे हैं वही जैजैपुर विधानसभा एवं पामगढ़ विधानसभा अब तक जिलाअध्यक्ष पद के लिए अछूता रहा है । इन विधानसभाओं के नेताओं को भी नेतृत्व करने का मौका दिया जाना चाहिए। इतना ही नहीं बल्कि अनुसूचित जाति, जनजाति के अलावा पिछड़ा वर्ग के नेताओं को नेतृत्व करने का भी मौका देने के बारे में पार्टी को विचार करने की जरूरत है ।
प्रमुख दावेदारों की स्थिति
पिछड़ा वर्ग से-मोतीलाल देवांगन, हर प्रसाद साहू, आभास बोस, शत्रुहन दास महंत।
अनुसूचित जाति से-रमेश पैगवार, भगवान दास गढ़वाल।
सामान्य वर्ग- राजेश अग्रवाल, राघवेन्द्र कुमार सिंह, दिनेश शर्मा
महिला वर्ग-श्रीमती मंजू सिंह।

















