हांसी (हिसार), सिरसा। ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की ब्रीफिंग करने वाली तथा आर्मी कम्युनिकेशन की एक्सपर्ट लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने हरियाणा के हिसार की सेना छावनी में 2019-20 के दौरान अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। इस दौरान जहां उन्होंने देश सेवा को लेकर कर्तव्य निभाया वहीं हिसार व आसपास के जिलों की युवा पीढ़ी को देश सेवा के लिए प्रेरित किया।हिसार छावनी में सेवा के दौरान वह सिरसा के राजकीय नेशनल कॉलेज व हांसी के एसडी कालेज में भी गई थीं। सिरसा के कॉलेज में वह डेढ़ से दो घंटे तक रहीं। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को भारतीय सेना में आने के लिए प्रेरित किया था। पूर्व प्राचार्य व राजकीय नेशनल महाविद्यालय सिरसा के तत्कालीन प्लेसमेंट सेल के प्रभारी डॉ.रविंद्र पुरी बताते हैं कि 2019 में छात्र-छात्राओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित करने को लेकर एक कार्यक्रम में सोफिया कुरैशी ने शिरकत की थी। उस समय वह सेना की सिग्नल कोर की अधिकारी थीं। उनके जोश भरे संबोधन के बाद दर्जनों विद्यार्थी इस कदर प्रभावित थे कि उन्होंने सेना में जाने की जानकारियां मांगीं। सोफिया कुरैशी का कहना था कि सेना एक ऐसा परिवार है जहां कोई भेदभाव नहीं और सब मिलजुल कर देश और मानवता की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा था कि सेना में व्यक्ति अपने देश की सेवा के साथ-साथ अपना व्यक्तित्व विकास, शौक को पूरा कर सकता है। साथ ही भारत की एकता और अखंडता के दर्शन को जी सकता है। वे सभी विद्यार्थियों को आह्वान कर रही थीं कि हमारा व्यक्तित्व मजबूत होना चाहिए और जब कभी भी हमारे देश को हमारी जरूरत हो हमें अपने देश के काम आना चाहिए इसके लिए सबसे अच्छा माध्यम सेना है। वहीं हांसी के एसडी कॉलेज में करीब छह साल पूर्व गईं कर्नल सोफिया ने विद्यार्थियों को कहा था कि यदि हम कॉलेज समय में कोई लक्ष्य निर्धारित करते हैं और उसके लिए लगन से पूरा अभ्यास करते हैं तो निश्चित ही लक्ष्य की प्राप्ति होती है।
हमें हर प्रकार के बंधन से ऊपर उठकर देश सेवा करनी चाहिए। सभी लोगों को यह चाहिए कि परिवार में किसी न किसी को सेना के लिए अवश्य तैयार करें।कुरैशी ने यह भी कहा था कि अगर आप बहुत ही आदर्शवादी जीवन जीना चाहते हैं तो सेना में आना चाहिए। युवाओं को इसी उम्र में अपने लक्ष्य चुनने चाहिए। युवाओं को यह भी संदेश दिया कि सेना में भर्ती होने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है। उन्होंने नियमित रूप से व्यायाम करने और स्वस्थ भोजन खाने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि युवाओं को हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।