
नई दिल्ली। रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा ने दुबई स्थित एक लॉजिस्टिक्स कंपनी के एक खेप को संयुक्त अरब अमीरात भेजने की खातिर विदेश मंत्रालय से मंजूरी दिलवाने के लिए कंपनी के दो कर्मियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची थी। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में यह जानकारी दी है।
सीबीआई ने शनिवार को रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को एक कंपनी से तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कंपनी की ओर से रिश्वत का भुगतान करने वाले विनोद कुमार नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था।
2.36 करोड़ रुपये बरामद
दीपक शर्मा के परिसर की तलाशी समाप्त होने के बाद रविवार को इसका विवरण सार्वजनिक किया गया। उसके परिसर से 2.36 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किए गए। एजेंसी ने एक दिन पहले श्रीगंगानगर स्थित उसकी पत्नी कर्नल काजल बाली के आवास से 10 लाख रुपये बरामद किए थे। कर्नल काजल बाली श्रीगंगानगर में 16वें इन्फैंट्री डिवीजन आयुध इकाई की कमांडिग अधिकारी है और इस मामले में सह-आरोपित है। दीपक शर्मा रक्षा उत्पादन विभाग में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और निर्यात के उप योजना अधिकारी के पद पर तैनात है।
सीबीआई ने क्या दावा किया?
सीबीआई ने दावा किया कि उसे जानकारी मिली थी कि दीपक शर्मा रक्षा उत्पादों के निर्माण, निर्यात आदि से जुड़ी विभिन्न निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ आपराधिक साजिश रचकर लगातार भ्रष्ट और अवैध गतिविधियों में लिप्त रहता है। कंपनियों को अनुचित लाभ प्रदान करने के बदले वह उनसे रिश्वत लेता है।

































