
भोपाल, १७ दिसम्बर ।
राज्य सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोकायुक्त पुलिस भोपाल की टीम ने मंगलवार शाम नर्मदापुरम में कलेक्ट्रेट स्थित जनजातीय कार्य विभाग में पदस्थ सहायक ग्रेड-दो मनोज सोनी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।आरोपी बाबू ने अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत मिलने वाली दो लाख रुपये की राशि दिलाने के बदले एक हितग्राही से 50 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। हितग्राही से पहले 20 हजार रुपये और काम पूरा होने के बाद 70 हजार रुपये लेने की डील तय हुई थी। बाद में पहली किश्त के रूप में 10 हजार रुपये पर सहमति बनी। सिवनीमालवा के सिपुर निवासी 36 वर्षीय हितग्राही प्रवीण सोलंकी ने रिश्वत मांगने की शिकायत लोकायुक्त भोपाल एसपी कार्यालय में की थी।
शिकायत के सत्यापन के बाद आरोपी बाबू को पकडऩे के लिए लोकायुक्त टीम गठित कर जाल बिछाया गया। तय योजना के अनुसार जैसे ही शिकायतकर्ता ने मंगलवार शाम आरोपी क्लर्क के कार्यालय में पहुंचकर उसे रिश्वत की रकम थमाई, लोकायुक्त टीम ने उसे मौके पर ही धर दबोचा। इस कार्रवाई में लोकायुक्त टीम में डीएसपी बीएम द्विवेदी, डीएसपी अजय मिश्रा, निरीक्षक रजनी तिवारी, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, प्रधान आरक्षक मुकेश पटेल, आरक्षक मुकेश परमार, आरक्षक चैतन्य प्रताप सिंह व गौरव साहू शामिल रहे। घटना ने एक बार फिर सरकारी योजनाओं में फैले भ्रष्टाचार को उजागर किया है।


















