नई दिल्ली। भीषण गर्मी का पर्याय माने जाने वाले मई माह में इस बार मौसम का मिजाज खासा बदला हुआ है। लू चलना तो दूर की बात, माह के ज्यादातर दिन तापमान भी सामान्य के आसपास या उससे नीचे ही रहा है। हैरानी की बात यह कि अब इस साल नौतपा भी दगा देने जा रहा है। माह के 23 दिनों में न अभी तक लू चली है और न शेष बचे दिनों में चलने के आसार हैं। अखिल भारतीय ज्योतिष परिषद के महासचिव आचार्य कृष्णदत्त शास्त्री बताते हैं कि रविवार यानी 25 मई से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर जाएगा और नौ दिन यानी दो जून तक इसी में रहेगा। इस दौरान धरती पर सूर्य की गर्मी का ताप बढ़ता है।

नौतपा के शुरुआती पांच दिन तक आए दिन तापमान बढ़ने की संभावना रहती है। मान्यता है कि इस दिनों सूर्य सर्वाधिक बलवान रहता है, जिससे भीषण गर्मी पड़ती है। वैसे सूर्य रोहिंणी नक्षत्र में 15 दिनों तक रहता है, लेकिन नौतपा शुरुआती नौ दिनों को ही कहा जाता है। आचार्य कृष्णदत्त ने आगे बताया कि नौतपा में सूर्य की तेज किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं, जिससे धरती का तापमान तेजी से बढ़ता है। अधिक गर्मी पड़ने के कारण मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बन जाता है, जिससे समुद्र की लहरें आकर्षित होती हैं। इसी के चलते अच्छी बरसात की संभावना भी बनती है।

लेकिन इस बार की स्थिति पिछले सालों की तुलना में जरा अलग है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार लगातार पश्चिमी विक्षोभ, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों से नमी के प्रवेश के साथ 22-23 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में लगातार गरज के साथ वर्षा हुई है।