
लखनऊ, १० नवंबर ।
लखनऊ जेल में बंद 37 करोड़ रुपये ठगी के आरोपित अनुभव मित्तल ने जेल में बंद एक अन्य आरोपित को फंसाने के इरादे से हाई कोर्ट के न्यायाधीश को सिपाही अजय यादव के मोबाइल से धमकी भरा ई-मेल भेजा था। इस मामले में गोसाईगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सर्विलांस टीम भी साक्ष्य एकत्रित कर रही है। अनुभव मित्तल को मोबाइल फोन देने वाले सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। जेल प्रशासन भी छानबीन में जुटा है।इंटरनेट मीडिया पर ट्रेडिंग का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से 37 करोड़ रुपये की ठगी के आरोपित अनुभव मित्तल को एसटीएफ ने 2017 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मित्तल इन दिनों लखनऊ की जेल में बंद है। इसी जेल में कैंपवेल रोड का आनंदेश्वर अग्रहरि 2023 से पत्नी की हत्या के आरोप में बंद है। अनुभव और आनंदेश्वर की आपस में रंजिश है।आशंका है कि आनंदेश्वर को फंसाने के इरादे से चार नवंबर को अनुभव ने पेशी के दौरान पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अजय यादव का मोबाइल ले लिया। टाइमर लगाकर उसने अजय के मोबाइल से लखनऊ हाई कोर्ट के जज को एक ई-मेल भेजा और आरोप लगाए कि एक जज की हत्या होने वाली है।
हाई कोर्ट की तरफ से पुलिस आयुक्त को सूचना दी गई। सूचना पर जेल चौकी इंचार्ज अरविंद कुमार ने जांच शुरू की तो पूरा मामला सामने आया। इसके बाद गोसाईगंज थाने में उन्होंने अनुभव मित्तल और सिपाही अजय यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उससे पूछताछ की जा रही है।उधर, रविवार की देर शाम आरोपित सिपाही को निलंबित कर दिया गया। पुलिस के साथ ही जेल प्रशासन भी मामले की छानबीन कर रहा है।
























