
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। कोर नक्सल क्षेत्र के सघन जंगलों में माओवादियों द्वारा बनाए गए स्मारक को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया है। यह कार्रवाई थाना तर्रेम क्षेत्र के ग्राम गोटुमपल्ली में की गई, जहां डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप), थाना तर्रेम पुलिस, सीआरपीएफ की 153वीं और 168वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने अभियान चलाया। जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान गोटुमपल्ली के जंगल में पुलिस बल को माओवादियों द्वारा निर्मित करीब 15 फीट ऊंचा स्मारक मिला। सुरक्षाबलों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे विस्फोटक सामग्री की मदद से पूरी तरह ध्वस्त कर दिया.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह स्मारक माओवादियों ने अपने मारे गए सदस्यों की याद में ग्रामीणों पर दबाव डालकर बनवाया था। नक्सली इस स्मारक का उपयोग अपने संगठन के प्रचार और ग्रामीणों के बीच भय का वातावरण बनाए रखने के लिए करते थे। इससे वे स्थानीय लोगों पर मनोवैज्ञानिक दबाव डालते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे। बीजापुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई से माओवादियों की एक बड़ी रणनीति पर चोट पहुंची है। सुरक्षा बलों की बढ़ती गतिविधियों के कारण अब नक्सली जंगलों में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए इस तरह के प्रतीकात्मक स्मारकों का सहारा ले रहे हैं, लेकिन लगातार हो रही पुलिस कार्रवाई से उनका मनोबल कमजोर हुआ है।
इस अभियान में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र में कई वर्षों से माओवादी सक्रिय रहे हैं, और उन्होंने कई जगहों पर ऐसे स्मारक बनवाए थे ताकि ग्रामीणों में यह संदेश जाए कि उनके “शहीद” नक्सलियों को सम्मान मिल रहा है। लेकिन अब इन प्रतीकों को ध्वस्त करने से स्थानीय लोगों के मन में भय कम हो रहा है और वे सुरक्षा बलों के प्रति सहयोगी बनते जा रहे हैं। गौरतलब है कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जैसे जिले लंबे समय से नक्सली गतिविधियों से प्रभावित रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने इस क्षेत्र में कई सर्च ऑपरेशन चलाए हैं, जिनमें माओवादी कैंप ध्वस्त करने, विस्फोटक बरामद करने और पोस्टर बैनर जब्त करने जैसी सफलताएं मिली हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस तरह के अभियान और तेज किए जाएंगे ताकि माओवादियों के भय से पूरी तरह मुक्त वातावरण तैयार किया जा सके।
























