
नईदिल्ली, 0५ अगस्त ।
पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। दिल्ली में पार्टी की छवि को निखारने और इंडिया गठबंधन में मजबूत पैठ बनाने के लिए ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने नई रणनीति बनाई। इस स्ट्रेटेजी के तहत दिल्ली में एक नई और मजबूत टीम तैयार करना है, जो अभिषेक बनर्जी के साथ मिलकर काम करे। लेकिन ममता बनर्जी की अपने सांसदों के साथ 12 मिनट की ऑनलाइन बैठक के बाद इस रणनीति ने दम तोड़ दिया।
दरअसल ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी ने पार्टी के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी और संसदीय दल के नेता सुदीप बनर्जी को उनके पदों से हटाने की योजना बनाई थी। मगर बैठक में सिर्फ कल्याण बनर्जी का मामला उठाने का इरादा था। लेकिन जैसे ही ममता बनर्जी ने कल्याण बनर्जी की भूमिका पर सवाल उठाए और काकोली दस्तीदार को नई जिम्मेदारी देने की बात कही, कल्याण बनर्जी भडक़ गए। उन्होंने तुरंत इस्तीफा दे दिया और सार्वजनिक रूप से तीखी टिप्पणियां कीं। कल्याण बनर्जी के इस कदम ने टीएमसी की सारी योजनाओं पर पानी फेर दिया। उनके इस्तीफे के बाद पार्टी ने सुदीप बनर्जी को भी लोकसभा में संसदीय दल के नेता के पद से हटा दिया।
इसके बाद अभिषेक बनर्जी को संसदीय दल का नेता घोषित किया गया। सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी इस पूरे घटनाक्रम से नाखुश हैं। फिर भी, अभिषेक बनर्जी ने कल्याण बनर्जी को मनाने की कोशिश की और कहा कि वह जल्द ही दिल्ली में उनसे मुलाकात करेंगे।