
कुचेना व इमलीछापर इलाके में निर्माण से जाम
कोरबा। आषाढ़ के महीने में बारिश के सिलसिले ने खेती किसानी के काम को गति दी है तो सामान्य क्षेत्र में जल जीवन की रफ्तार को ब्रेक कर दिया है। कोरबा शहर के अमरैयापारा, वैष्णो दरबार और बालको नगर के कुछ हिस्सों में पानी घुसने से परेशानी बढ़ गई। कोयलांचल दीपिका के प्रगति नगर आवासीय परिसर में बरसाती पानी की एंट्री से लोगों के सामने चुनौतियां खड़ी हो गई । बाकी मोगरा के शांति नगर में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण समस्याएं पैदा हुई है। कुछ स्थानों पर अतिवृष्टि से छोटे पुलपुलिया टूटने के चक्कर में आवागमन बाधित हो गया है और रोड कनेक्टिविटी समाप्त हो गई है।
मौसम विभाग में एक दिन पहले चेतावनी की थी कि 24 घंटे के बाद कोरबा जिले के कुछ हिस्सों में अतिवृष्टि हो सकती है। प्रशासन के साथ लोगों ने सूचना को गंभीरता से लिया लेकिन बारिश होने पर वे आखिर क्या कर सकते थे। पिछली रात्रि से शुरू हुई बारिश का दौर अब तक जारी है। शहरी क्षेत्र में नगर पालिका निगम के द्वारा बारिश से ठीक पहले छोटे-बड़े नालों की सफाई करने के बावजूद स्थितियां फिर से अनियंत्रित हो गई। सीतामढ़ी क्षेत्र में वैष्णो दरबार का इलाका नल का पानी पहुंचने से परेशानी के भवन में फस गया। लोगों के घरों तक पानी पहुंचने से उनके सामान को नुकसान होने की खबर है।
नगर के मुड़ापार बायपास रोड के साथ अमरैयापारा के काफी हिस्से में बरसाती पानी ने कहर बरपाया। इन इलाकों में अनेक मकान के भीतर पानी का प्रवेश होने से लोगों की रात के दिन खराब हुई और उन्हें अगली सुबह कई घंटे में पानी को निकालना पड़ा। पिछले वर्षों में भी इस इलाके में यह समस्या पेश आ चुके हैं। उधर अमरैयापारा में रेल लाइन के किनारे वाली बस्ती मैं बड़े नाला और मुख्य मार्ग के ढलान वाले रास्ते से होते हुए पानी पहुंच गया। इसके एक जगह ठहराव होने से गलियों में नदी जैसी स्थिति देखने को मिली।
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड दीपिका क्षेत्र के अंतर्गत प्रगति नगर आवासीय परिसर में कई प्रकार के उपाय के बावजूद इस बार भी बारिश के मौसम में वाटर ब्लॉकिंग के हालात पैदा हो गए। यहां के मैदान में पानी तो भरा ही, कॉलोनी के अनेक आवास के भीतर भी उसकी पहुंच हो गई। भारी बारिश के कारण दीपिका से कोरबा के बीच आवागमन में भी बाधा पैदा हुई। हमारे संवाददाता ने बताया कि इस मार्ग पर कुचेना में कंस्ट्रक्टिव रेल अंडर ब्रिज और इमली छप्पर कुसमुंडा में तैयार हो रहे रेल ओवर ब्रिज के आसपास पानी का जमाव होने से आवागमन में समस्याएं हो रही हैं।
परेशानी के बीच मौजमस्ती
बारिश के मौसम में प्रकृति के सख्त तेवर से कई स्थानों पर अजीब हालात बने हुए हैं और लोग परेशान। इन सब के बीच बच्चों के लिए यह मौसम मौज मस्ती करने का जरिया बना हुआ है। पानी से भरे इलाके में बच्चों को उछल-कूद करते हुए देखा गया। हालांकि कुछ स्थानों पर स्थानीय लोगों ने उन्हें ऐसा नहीं करने की समझाइश क्योंकि बरसाती पानी के साथ खतरनाक जीव जंतुओं की पहुंच भी हो सकती है।
शेल्टर हाउस खोलेगा निगम
कोरबा शहरी क्षेत्र में बारिश के कारण उत्पन्न परिस्थितियों पर अधिकारियों की नजर बराबर बनी हुई है। नगर पालिका निगम की ओर से कहा गया है कि भारी बारिश होने और निचले इलाकों में हालत बिगडऩे पर वहां के लोगों को दूसरी जगह शरण देने का काम किया जाएगा। प्रत्येक जोन स्तर पर नगर निगम ने शेल्टर हाउस बनाने की योजना बनाई है। अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों की संख्या के आधार पर ऐसे केंद्र सरकारी स्कूल अथवा सामुदायिक भवन में प्रारंभ किए जाएंगे और वहां आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
कुचैना मार्ग में सडक़ टूटी, कुसमुंडा दीपिका के बीच आवाजाही थमी
बरसात के मौसम में कोरबा जिले के कोयलांचल कुसमुंडा से दीपका के बीच आवागमन अवरुद्ध हो गया है। वजह यह है कि कुचेना बस्ती के पास एक जगह सडक़ का बड़ा हिस्सा टूट गया है। इसके ठीक बगल में रेल अंडर ब्रिज तैयार किया जा रहा है। लगातार वाइब्रेटिंग और भारी बारिश के कारण इस इलाके की सडक़ पर बुरा असर पड़ा। इसके नतीजन इसका एक हिस्सा धस गया। ऐसे में नजदीक के हिस्से में दुर्घटना की आशंका तेज हो गई है। मौजूदा स्थिति में रास्ते पर से होकर चलने वाली आवाजाही बाधित हो गई है। कुसमुंडा और दीपिका के बीच यही एक रास्ता है जो इन क्षेत्रों को जोड़ता है। जिस रफ्तार से बारिश हो रही है और जो समस्या यहां पर पैदा हुई है, उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि वैकल्पिक तौर पर बहुत जल्द सुधार कार्य कराया जाना मुश्किल होगा।