
लखनऊ। संभल से हिंदुओं के लगातार पलायन के पीछे उनके परिवार की युवतियों से दुष्कर्म, लव-जिहाद, मुस्लिम युवकों से जबरन शादी व लूटपाट का कड़वा सच भी है। हिंदू युवती से शादी के बाद समाज को चिढ़ाने व नीचा दिखाने के लिए भव्य दावत-ए-वलीमा किया जाता था। न्यायिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ऐसे जख्म याद कर लोग सिहर जा रहे हैं। संभल हिंसा की न्यायिक जांच रिपोर्ट में वहां हुए 15 बड़े दंगों का ब्योरा दिए जाने के साथ ही उनमें शिकार हुए हिंदू परिवारों का भी जिक्र है। जांच आयोग ने हिंदू परिवारों के संभल से पलायन की भयावह, क्रुर व डरावनी स्थिति का वास्तविक आकलन करने के लिए शोध कराए जाने की सिफारिश भी की है।
जांच आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि आजादी के समय संभल नगर क्षेत्र में लगभग 45 प्रतिशत हिंदू आबादी थी जो घटकर अब करीब 15 प्रतिशत ही रह गई है। संभल के एक पंजाबी परिवार की भयावह कहानी भी इसी त्रासदी का हिस्सा है।