
नईदिल्ली, २९ अक्टूबर ।
तिमारपुर के गांधी विहार इलाके में यूपीएससी छात्र रामकेश की हत्या की जांच में पुलिस ने कई राज खोले हैं। जांच के दौरान पुलिस को उसके लैपटॉप में कम से कम 15 युवतियों की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो मिले हैं। माना जा रहा है कि उसे ऐसी सामग्री स्टोर करने का शौक था। यही आदत उसकी हत्या का कारण बनी।मंगलवार को दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) रवींद्र यादव ने मीडिया से यह जानकारी साझा की। हालांकि, उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त राजा बंठिया ने इससे इनकार किया और कहा कि लैपटॉप की एफएसएल जांच करानी होगी। उन्होंने कहा कि एफएसएल रिपोर्ट के बाद ही यह जानकारी मिल पाएगी।फिलहाल, पुलिस को जांच के दौरान रामकेश का मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ है। पुलिस उसे बरामद करने का प्रयास कर रही है। मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जरूरत पडऩे पर तीनों आरोपियों अमृता चौहान, सुमित कश्यप और संदीप को पूछताछ के लिए दोबारा पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। हालांकि आरोपियों का दावा है कि उन्होंने रामकेश का मोबाइल फोन कमरे में ही छोड़ दिया था, लेकिन पुलिस को जांच के दौरान जला हुआ मोबाइल फोन नहीं मिला। इस बात की जाँच की जा रही है कि क्या आरोपी ने मोबाइल फ़ोन कहीं छिपा दिया था या उसे नष्ट कर दिया था। पुलिस इस मामले की जाँच कर रही है। चूँकि मामला इतना हाई-प्रोफाइल हो गया है, इसलिए जाँच अधिकारी हर कदम बहुत सावधानी से उठा रहे हैं। मामले में और भी फोरेंसिक सबूत इक_ा किए जा रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रामकेश ने अपनी लिव-इन पार्टनर अमृता के अश्लील वीडियो और तस्वीरें एक हार्ड डिस्क में स्टोर कर रखी थीं। पिछले दो-तीन महीनों से, वह उनसे उन्हें डिलीट करने या उन्हें सौंपने की माँग कर रही थी। रामकेश आनाकानी कर रहा था। अमृता ने उन्हें हासिल करने के लिए उसकी हत्या कर दी।बाद में वह रामकेश के दो लैपटॉप लेकर फरार हो गई। जब पुलिस ने उन्हें बरामद किया, तो उनमें 15 से ज़्यादा लड़कियों की तस्वीरें और वीडियो थे। विशेष आयुक्त रवींद्र यादव ने बताया कि पुलिस को इन लड़कियों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। तस्वीरों और वीडियो से पता चलता है कि रामकेश की कई अन्य लड़कियों से दोस्ती थी।जाँच के दौरान, यह भी पता चला कि अमृता ने लगभग दो महीने पहले अपने पूर्व प्रेमी सुमित को यह बात बताई थी।
तब से, दोनों उसकी हत्या की योजना बना रहे थे। बाद में, उन्होंने संदीप के साथ मिलकर अपराध को अंजाम देने की साजि़श रची। संदीप का दावा है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि आरोपी रामकेश की हत्या करने वाला था। जांच के दौरान, पता चला कि अमृता चौहान को उसकी चल-अचल संपत्ति से पहले ही बेदखल कर दिया गया था। परिवार ने एक दैनिक समाचार पत्र में नोटिस देकर औपचारिक रूप से उससे नाता तोड़ लिया था।अमृता के आचरण के कारण परिवार ने उससे नाता तोड़ लिया था। अमृता की मुरादाबाद निवासी सुमित कश्यप से पहले से ही दोस्ती थी। दिल्ली आने के बाद, उसकी कई अन्य पुरुषों से नज़दीकियाँ बढ़ गईं। बाद में वह रामकेश के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगी।
















