चंडीगढ़, १२ जुलाई ।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बैलों को पंजाब में किसान अपने बेटे की तरह पालते हैं। बैलगाड़ी दौड़ में हिस्सा लेने वाले बैलों की खुराक ही लाखों में होती है। बैलगाड़ी दौड़ पंजाब के सभ्याचार से जुड़ा हुई है। गुरु नानक देव जी ने भी बैलों से खेती की थी। उन्होंने कहा कि पंजाब पशु क्रूरता रोकथाम (पंजाब संशोधन) अधिनियम-2025 का मुख्य उद्देश्य खेलों में भाग लेने वाले पशुओं के लिए सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करना है जिसमें पशुओं की पशु चिकित्सा निगरानी, सुरक्षा मानक, पंजीकरण/दस्तावेज और उल्लंघनों के लिए सजा शामिल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि गांवों में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने से पंजाब की देसी पशु नस्लों को बचाने में भी मदद मिलेगी। पंजाब में बैलगाड़ी दौड़ का रास्ता साफ करने वाले विधेयक पर हुई बहस में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं।