
नईदिल्ली, 21 जुलाई।
संसद के मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि यह मानसून सत्र देश के लिए बेहद गौरवपूर्ण है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत के कदम रखने और ऑपरेशन सिंदूर में उसके पराक्रम का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इस दशक में शांति और प्रगति देखी गई, लाल गलियारा अब हरित विकास क्षेत्र में बदल रहा है। 2014 से पहले मुद्रास्फीति दर दहाई अंक में हुआ करती थी, अब यह लगभग दो प्रतिशत है। मुद्रास्फीति कम है और विकास दर ऊंची है। प्रधानमंत्री मोदी ने बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के सांसदों और उनकी पार्टियों के विदेश दौरे की सराहना की और कहा कि उन्होंने सकारात्मक माहौल बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों के पराक्रम का बखान करते हुए सांसदों और विभिन्न दलों से एकता का संदेश देने का आग्रह किया। मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का, भारत के सैन्य के सामथ्र्य का रूप देखा है। भारत की सेना ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था, वह 100 फीसदी हासिल किया। दुश्मन के घर में घुसकर 22 मिनट में आतंकियों के ठिकानों को नेस्तेनाबूद कर दिया। बिहार के कार्यक्रम के दौरान जो घोषणा की थी, बहुत ही कम समय में सेना वो कर के दिखा दिया। मेक इन इंडिया की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है। जब भी मैं विदेश में साथियों से मिलता हूं तो उसकी तारीफ होती है। जब सदन इस विजयोत्सव को एक स्वर में विजय के भाव से इस सत्र के दौरान उस भावना को प्रकट करेगा, तो भारत की सैन्य शक्ति को बल मिलेगा। देश को प्रेरणा मिलेगी और सैन्य क्षेत्र में जो काम हो रहा है, उसे भी बल मिलेगा। मेक इन इंडिया को बल मिलेगा। नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर खोलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मानसून सत्र में आप सभी का स्वागत है। मानसून सत्र नवीनता का प्रतीक है। अब तक जो खबरें हैं, देश में मौसम बहुत ही अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहा है। कृषि को लाभदायक मौसम की खबरें हैं। बारिश देश और ग्रामीण, हर परिवार की अर्थव्यवस्था के लिए अहम है। यह सत्र देश के लिए अपने आप में विजयोत्सव है। जब हम कह रहे हैं कि सत्र राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव का सत्र है तो सबसे पहले तो मैं पहली बार इंटनेशनल स्पेस स्टेशन पर भारत का तिरंगा झंडा लहराना, हर देशवासी के लिए गौरव का पल है। देश में विज्ञान के प्रति इनोवेशन के प्रति नया उमंग और उत्साह भरने वाली सफल यात्रा रही है। संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। लोकसभा में दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं राज्यसभा में नए सांसदों को पद की शपथ दिलाई गई।
वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सांसद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं लोकसभा अध्यक्ष का कहना है कि अभी प्रश्नकाल चल रहा है और प्रश्नकाल के बाद नियमों के तहत हर विषय पर चर्चा की जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों के व्यवहार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिन सांसदों को नारेबाजी करनी है, वो सदन के बाहर जाएं। सदन नारेबाजी करने के लिए नहीं बल्कि चर्चा करने के लिए है।