नई दिल्ली। अमेरिका के मशहूर अंतरराष्ट्रीय संबंध के विशेषज्ञ और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के प्रोफेसर जॉन मियशीर्मर ने ट्रंप प्रशासन की भारत नीति को बड़ी गलती बताया है। उनका कहना है कि रूस से तेल खरीदने पर भारत पर लगाए गए सेकेंडरी टैरिफ काम नहीं करेंगे।

मियर्शीमर ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस कदम से अमेरिका और भारत के रिश्तों को नुकसान हुआ है और भारत अब अमेरिका से दूरी बनाता दिख रहा है। उन्होंने कहा, “यह हमारी ओर से बहुत बड़ी गलती है। यह विश्वास करना मुश्किल है कि आखिर यहां क्या हो रहा है।”

भारत झुकने नहीं वाला है’

उन्होंने कहा कि भारत ने साफ कर दिया है कि वह रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेगा। भारतीय किसी भी दबाव में झुकने वाले नहीं हैं। मियर्शीमर ने आरोप लगाया कि ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका और भारत के मजबूत रिश्तों को जहरीना बना दिया है। उनके मुताबिक, चीन को रोकना अमेरिका की सबसे बड़ी विदेश नीति प्राथमिकता है और इसमें भारत अहम साझेदार है। लेकिन ट्रंप सरकार के फैसलों ने हालात बिगाड़ दिए हैं।

मियर्शीमर ने जर्मन अखबार की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चार बार फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन पीएम मोदी ने बात करने से इनकार कर दिया।