
महाराष्ट्र। गढ़चिरौली जिले में माओवादी सरकार विरोधी हमले करने के लिए विभिन्न प्रकार के हथियारों और विस्फोटकों का इस्तेमाल करते हैं। इस प्रकार की सामग्री सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से वन क्षेत्रों में जमीन में दबा दी जाती है। इस तरह की संग्रहित सामग्री का उपयोग माओवादियों द्वारा विभिन्न अवसरों पर किया जाता है। वहीं गढ़चिरौली पुलिस ने माओवादियों द्वारा हत्या की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। 15 मार्च शनिवार को भामरागड़ उप-विभाग के अंतर्गत नव स्थापित पोस्टे कवांडे पर तैनात विशेष ऑपरेशन दल के जवानों ने पोस्टे कवांडे से लगभग 100 मीटर दक्षिण में एक पगडंडी पर झाड़ियों में छिपाकर रखी गई बड़ी मात्रा में बंदूकें बरामद कीं।
उसके बाद बीडीडीएस टीम को मौके पर बुलाया गया। बीडीडीएस टीम की ओर से विभिन्न अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करते हुए उक्त वन क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान झाड़ियों के पास एक संदिग्ध स्थान मिला, जहां बंदूक छिपाई गई थी। जब घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तो डेटोनेटर के लिए इस्तेमाल होने वाले लाल तार से बंधा एक प्लास्टिक का थैला जमीन में करीब डेढ़ से दो फीट गहराई में मिला। इस दौरान मिले बैग की जब बीडीडीएस टीम ने विस्फोटक किट से जांच की तो उसमें विस्फोटक होने की पुष्टि हुई। वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में विस्फोटकों को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। पुलिस और बीडीडीएस टीम ने मिलकर एक खतरनाक स्थिति को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया। इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है