
कोरिया बैकुंठपुर। जिला मुख्यालय बैकुंठपुर का बस स्टैंड प्रतिदिन हजारों यात्रियों की आवाजाही का केन्द्र है। जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों सहित पड़ोसी जिलों और राज्यों से आने-जाने वाले लोग इसी बस अड्डे से सफर करते हैं। लेकिन यहां की मूलभूत सुविधाएं बदहाल होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से शौचालय और बाथरूम की स्थिति बेहद जर्जर और गंदगी से भरी हुई है, जिससे नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है।
सुबह से देर रात तक बसों की लगातार आवाजाही के कारण यहां यात्रियों की भीड़ बनी रहती है। स्वच्छता की दृष्टि से शौचालय और बाथरूम का उपयोग सबसे अधिक होता है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्रतिदिन लगभग एक हजार से अधिक लोग इन सुविधाओं का उपयोग करते हैं। इसके बावजूद सफाई के नाम पर व्यवस्थाएं केवल कागज़ों में ही नजर आती हैं। न तो नियमित सफाई की व्यवस्था है और न ही पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से होती है। कई बार यात्रियों को मजबूरी में गंदगी से भरे शौचालय का उपयोग करना पड़ता है, जो गंभीर स्वास्थ्य जोखिम का कारण बन सकता है। बैकुंठपुर नगर पालिका परिषद प्रशासन द्वारा शहर की साफ-सफाई की जिम्मेदारी तो संभाली जाती है, लेकिन बस स्टैंड क्षेत्र में स्वच्छता का अभाव प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। यात्रियों का कहना है कि शौचालय के अंदर बदबू इस कदर रहती है कि कुछ सेकेंड भी खड़ा रहना मुश्किल हो जाता है। सफाईकर्मियों की अनुपस्थिति और लापरवाही स्थिति को और अधिक गंभीर बनाती जा रही है। पर्यटकों और महिला यात्रियों के लिए यह समस्या और भी अधिक चिंताजनक है। महिला शौचालय में लॉक की व्यवस्था ठीक नहीं होने तथा साफ-सफाई के अभाव ने असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। यात्री यह भी शिकायत करते हैं कि प्रशासन द्वारा शौचालय उपयोग के लिए शुल्क तो लिया जाता है, लेकिन सुविधा के नाम पर पूरी तरह शून्यता दिखाई देती है। कई सामाजिक संगठनों ने भी शौचालय की बदहाली को लेकर आवाज उठाई है और नगर पालिका प्रशासन को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की है। यदि समय रहते सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो संक्रमण और बीमारी फैलने का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही, यह स्थिति जिले की छवि को भी धूमिल करती है, जहां प्रवेश करते ही यात्रियों को अव्यवस्था और गंदगी का सामना करना पड़ता है। यात्री अपेक्षा करते हैं कि नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान देते हुए बस स्टैंड शौचालयों की नियमित सफाई, पानी व्यवस्था, आवश्यक मरम्मत कार्य और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित करे। सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत मिशन की भावना के अनुरूप इस स्थान को भी स्वच्छ और सुरक्षित रखा जाना चाहिए, ताकि यात्रियों को सुविधा मिले और शहर की छवि को सकारात्मक दिशा मिल सके। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बस स्टैंड क्षेत्र शहर का प्रवेश द्वार है और यहां की स्वच्छता व्यवस्था शहर की गुणवत्ता को दर्शाती है। अत: प्रशासन को जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए तत्काल प्रभाव से सफाई व्यवस्था में सुधार के कदम उठाने की सख्त जरूरत है।






















